Ropeway Accident: मध्य प्रदेश के देवास में शनिवार को एक मंदिर के रोपवे कैबिन में छह लोग फंस गए जिन्हें बाद में उसमें निकाल लिया गया. पुलिस अधीक्षक मंजीत सिंह चावला ने कहा कि तेज हवाओं के कारण चामुंडा माता मंदिर में रोपवे कार में फंसे लोगों में दो बच्चे भी शामिल थे. प्रसिद्ध मंदिर एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है.


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उन्होंने कहा कि एक टावर के पास रस्सी टूट जाने से कैबिन अटक गई थी. जल्द ही अधिकारियों ने एक अभियान शुरू किया और ओडिशा तथा आंध्र प्रदेश के रहने वाले छह लोगों को उसमें से निकाल लिया. उन्होंने कहा कि घटना की जांच का आदेश दिया गया है.


याद दिला दें कि रोप-वे प्रोजेक्ट के लिए नगर निगम और त्रेहान कंस्ट्रक्शन कंपनी के बीच 8 अप्रैल 2003 को एग्रीमेंट हुआ था. 4 अगस्त 2003 को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने भूमिपूजन किया था. नगर निगम द्वारा अन्य विभागों से एनओसी व परमिशन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद 2010 में काम शुरू हो सका था, लेकिन बजट बढ़ने से एक बार फिर से काम धीमा हो गया. 10 अप्रैल 2017 को पहला ट्रॉयल लिया गया.


2017 में यह रोप-वे शुरू हो गया था. तत्‍कालीन विधायक गायत्रीराजे पवार व महापौर सुभाष शर्मा ने शुभारंभ किया था. मालवा-निमाड़ के इस पहले रोप-वे से श्रद्धालुओं को 300 फुट ऊंची टेकरी पर पहुंचने में अब मात्र 3 मिनट का समय लगता है.


(एजेंसी इनपुट के साथ)