BJP  Vs Congress: सांसद धीरज साहू के ठिकानों से इनकम टैक्स की रेड में 351 करोड़ रुपये कैश मिलने के बाद कांग्रेस बैकफुट पर है. 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी कांग्रेस को भ्रष्टाचार और ब्लैक मनी के मुद्दे पर घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. अब बीजेपी ने बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन की फिल्म इंकलाब के एक सीन के जरिए कांग्रेस पर जमकर तंज कसा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल यह फिल्म साल 1984 में आई थी. इस सीन में अमिताभ के साथ दिवंगत एक्टर कादर खान भी नजर आ रहे हैं. इस मूवी क्लिप को ट्वीट कर बीजेपी ने कैप्शन में लिखा, इस क्लिप में जो कैरेक्टर और जो स्टोरी नजर आ रही है, वह काल्पनिक नहीं है. यह कांग्रेस सांसद धीरज साहू की पार्टी से काउड फंडिंग की मांग को दिखाता है.


क्या है मूवी क्लिप में


इस फिल्म में कादर खान अमिताभ बच्चन से कहते हैं कि हमारा अगला कदम चुनाव के लिए चंदा जमा करना और इसका हम नाम रखेंगे अमर वेलफेयर स्कीम. इसके बाद वह एक अन्य शख्स बक्से खोलने के लिए कहते हैं, जो कैश से भरे होते हैं. इनको देखकर अमिताभ के होश उड़ जाते हैं. कादर खान कहते हैं कि क्या देख रहे हो? ये असली हैं. काला धन है. इसको खर्च करके हम वोट खरीदेंगे. 


अमिताभ कहते हैं कि वो सब तो ठीक है लेकिन सरकार पूछेगी कि इतना कैश कहां से आया तो क्या जवाब देंगे. इस पर कादर खान कहते हैं कि सरकार के पूछने का सवाल ही पैदा नहीं होता. हम जनता से जो पैसे लेंगे, वो इसमें मिला देंगे तो काला धन सफेद हो जाएगा. 


कादर खान आगे कहते हैं, 'तुम गलियों-बस्तियों में हाथ जोड़कर आगे चलोगे और हमारे वॉलंटियर्स हाथों में बॉक्स लेकर पीछे-पीछे चलेंगे. लोग जानते हैं कि अमरनाथ के पास इलेक्शन लड़ने के लिए पैसा तो है नहीं. तो वो तुम्हें चंदा देंगे 1 आना, 50 पैसे, एक रुपया. वो पैसा लाकर हम इसमें मिला देंगे और अगले दिन अखबार में खबर छपेगी कि जनता ने अपने प्रिय नेता अमरनाथ को 1 करोड़ का चंदा दिया. हालांकि करोड़ तो हमारा होगा, उनका तो 10-15 हजार ही होगा. तो ये है सियासत.'



कांग्रेस को बीजेपी ने घेरा


दरअसल जब ओडिशा के बोलांगीर जिले में धीरज साहू के घर इनकम टैक्स की रेड पड़ी तो एक के बाद एक कमरे खुलने लगे. कैश और जूलरी से भरी अलमारियां खुलीं तो अधिकारियों के भी होश उड़ गए. कैश इतना ज्यादा था कि नोट गिनने वाली मशीनें भी हांफने लगीं.  बैंक कर्मचारियों सहित 200 से अधिक लोग नकदी की तलाशी और गिनती में लगे हुए थे. और जब रेड खत्म हुई तो रकम निकली 351 करोड़ रुपये. ये कैश ऐसे समय पर बरामद हुए, जब विधानसभा चुनावों के नतीजे आए कुछ दिन ही गुजरे थे. कयास तो यहां तक लगाए गए कि चुनाव में जो पैसा खर्च नहीं हो पाया, वो ये पैसा है. इसे देशभर में किसी जांच एजेंसी की एक कार्रवाई के तहत बरामद की गई अब तक की सर्वाधिक धनराशि बताया जा रहा है. 


हालांकि, कांग्रेस की ओडिशा इकाई ने दावा किया कि पार्टी का भारी मात्रा में मिली बेहिसाबी नकदी से कोई संबंध नहीं है. टैक्स चोरी के मामले में एक सीक्रेट जानकारी के बाद आयकर विभाग के अधिकारियों ने 6 दिसंबर को ओडिशा में छह स्थानों पर तलाशी अभियान शुरू किया था.