Dhirendra Shastri Exclusive Interview: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने Zee News के साथ रामचरितमानस विवाद (Ramcharitmanas Controversy) से लेकर सनातन विरोधियों और अन्य अहम मुद्दों पर भी बात की है. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि रामायण का विरोध करने वालों को वीजा-पासपोर्ट लेकर दूसरे देश में रहना चाहिए. वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस विरोध पर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ऐसे लोग कैंसर से भी ज्यादा खतरनाक हैं. सनातनी एक हों, हिंदू जागें. सनातन ही केवल धर्म बाकी सब पंथ हैं. एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बातचीत के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कई विस्फोटक बयान दिए हैं.


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सनातन विरोधियों पर धीरेंद्र शास्त्री का हमला


सनातन के विरोधियों पर बाबा बागेश्वर ने बड़ा हमला बोला है. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जीवन में एक बात हर व्यक्ति को हमेशा याद रखनी चाहिए कि सनातन को किंचित मात्र भी डिगने नहीं देना है. ये आदिकाल की परंपरा है. हमें जितना विरोधी लोगों से भय नहीं है उतना पास रहने वालों से है. इसकी जांच और सावधानी रखना प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है. जितने भी सनातन विरोधी अपने लोग हैं उनको एक बार अपने जमीर से पूछना चाहिए. अपने इतिहास से पूछना चाहिए कि जो आप कर रहे हो क्या वह ठीक है. सनातन का विरोध करने को आपका जमीर कभी गवाही नहीं देगा.


जादूगरी पर दिया ये जवाब


माइंड पढ़ने का काम मैजिशियन भी करते हैं, इस सवाल के जवाब में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जब किसी का सामना नहीं कर सकते तो उसकी बदनामी के रास्ते ढूंढे जाते हैं. सनातन की किसी परंपरा को आप जादूगरी से नहीं तौल सकते. हनुमान जी अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता हैं. हनुमान जी उड़कर लंका जाते हैं, आप इसको जादूगरी से नहीं तौल सकते हैं. हमारे सनातन में शंकराचार्य परकाया प्रवेश हो गए, आप इसको जादूगरी से नहीं तौल सकते. जादूगरी की एक सीमा है, लेकिन बालाजी की कृपा असीमित है. जादूगर को ट्रिक चाहिए. जादूगर तब कुछ बता पाते हैं जब वह आपसे कहते हैं कि कुछ सोचें. लेकिन बागेश्वर बालाजी के दरबार में सोचने की आवश्यकता नहीं है. पहले ही पर्चा लेकर रख दिया जाता है. जादूगरी से ऋषि परंपरा को तौलना देश और सनातन का दुर्भाग्य है.



अंधविश्वास के आरोपों को नकारा


स्वामी प्रसाद मौर्य के अंधविश्वास वाले आरोपों पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि बाप को बाप कहना अंधविश्वास है तो उससे बड़ा कोई अंधविश्वासी नहीं है. सनातन में अंधविश्वास दिखा, लेकिन अन्य पंथों में नहीं दिखा. एक व्यक्ति को करंट लगाते हैं और 25 गिर जाते हैं, वहां अंधविश्वास नहीं दिखा. हनुमान चालीसा क्या अंधविश्वास है और क्या उनके कहने से रामचरितमानस की चौपाइयां बदली जाएंगी. ये सस्ती लोकप्रियता पाने का ढंग है और भारतीय जनता से प्रार्थना है कि ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब दें.


शादी पर बागेश्वर बाबा का बयान


शादी के सवाल पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमारा पूरा भारत देश ही परिवार है. पूरे विश्व का मानव हमारा है. 11 वर्ष की उम्र से आध्यात्म में रुचि हो गई थी. मुझे प्रत्येक व्यक्ति से स्नेह है. हमारे प्रेम में वासना का नहीं बल्कि उपासना का स्थान है. उन्होंने आगे कहा कि सनातन हमेशा वसुधैव कुटुम्बकम् की बात करता है. संविधान भी यही बात करता है.


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