Bangladeshi Hindus Latest News in Hindi: बांग्लादेश के कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के ऊपर जुल्म की इंतेहा कर दी. नोआखाली के सेनबाग इलाके में कुछ लोगों ने हिंदू लड़की का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया. 10 से 12 कट्टरपंथियों की भीड़ एक हिंदू लड़की को जबरन उठाकर ले गए. लड़की मदद के लिए जोर-जोर से गुहार लगाती रही लेकिन कोई उसकी मदद को आगे नहीं आया. इसके बाद कट्टरपंथियों ने लड़की को वैन में डाला और उसे अपने साथ ले गए.


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हिंदू लड़की को उठा ले गए कट्टरपंथी!


इस घटना से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदुओं की क्या हालत है. बताया जा रहा है कि बाद में सेना की मदद से लड़की को छुड़ा लिया गया, हालांकि लड़की के साथ दुष्कर्म किया गया है या नहीं. इस पर बांग्लादेश में कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.


ऐसी ही एक अन्य घटना में इस्लामिक कट्टरपंथी हिंदुओं के घरों में जबरन घुसने की कोशिश करते दिखे. कट्टरपंथियों ने दरवाजा खिड़की तोड़कर घर में घुसने की कोशिश की और हिंदू महिलाओं को बाहर खींचने का प्रयास किया, जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया. हिंदू महिलाएं और लड़कियां डर के मारे जोर-जोर से चीखने चिल्लाने लगीं. 


'दुनिया को नहीं दिख रही हिंदुओं की दुर्दशा'


बांग्लादेश में हिंदू परिवारों की मदद करने वाला कोई नहीं है. हिंदू परिवार बांग्लादेश के कट्टरपंथियों की हवस का शिकार बन रहे हैं. लूट का शिकार बन रहे हैं. लेकिन हिंदुओं की दुर्दशा दुनिया को नजर नहीं आ रही है. यही बात परेशान करने वाली है.


गाजा का समर्थन करने वाले लोग आज बांग्लादेशी हिंदुओं की बर्बरता पर चुप हैं. इस मामले में बांग्लादेश का कोई नेता कुछ बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय चुप्पी हैरान करने वाली है. जो संयुक्त राष्ट्र भारत में छोटी सी घटनाओं को तिल का ताड़ बना देता है. वो संयुक्त राष्ट्र बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर खामोश है, उससे प्रतिक्रिया नहीं दी जा रही है.


'मानवाधिकार संगठनों ने साध ली चुप्पी'


मानवाधिकार की वकालत करने वाले अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने भी आंखें बंद कर ली हैं. उन्हें भी हिंदू महिलाओं पर अत्याचार, हिंदू महिलाओं की चीख पुकार सुनाई नहीं दे रही है. सबसे ज्यादा अमेरिका की चुप्पी हैरान करने वाली है, जो भारत में अक्सर अल्पसंख्यकों की स्थिति खराब होने का आरोप लगाता है. वही अमेरिका आज बांग्लादेशी हिंदुओं के हालात पर एकदम चुप है.


मुस्लिम देशों का संगठन OIC वैसे तो कश्मीर के मुद्दे को अपने बैठक में जगह देता है. लेकिन एक मुस्लिम देश में हिंदुओं पर जब हमले और अत्याचार हो रहे हैं तो वो चुप है क्योंकि बांग्लादेश एक मुस्लिम देश है और वहां पीड़ित हिंदू है. वहीं यूरोपियन यूनियन, जो यूरोपीय देशों का संगठन है..वो भी खामोश है. ऐसे संगठनों और देशों को बांग्लादेश में हिंदुओं के मानवाधिकार उल्लंघन की तस्वीर नहीं दिखाई दे रही है.


'हिंदुओं के साथ भारत में ऐसा हुआ तो कहां जाएंगे'


हालांकि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने एक बयान देकर सनसनी फैला दी. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने ऐसा सवाल उठाया, जिससे नया विवाद पैदा हो गया. बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने देश के 100 करोड़ हिंदुओं के सामने सवाल उठाया कि अगर भारत में हिंदुओं के साथ ऐसा हुआ तो भारत के हिंदू कहां जाएंगे. 


पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, 'प्रश्न ये उठता है कि बांग्लादेश के हिंदू तो भारत में आकर शरण ले लें लेकिन कल यही स्थिति भारत में उठेगी तो भारत का हिंदू कहां जाएगा हिंद महासागर या अटलांटिका या फिर हिमालय जाएगा.' उन्होंने एक बार फिर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने वाली अपनी मांग दोहराई और अपनी इस मांग को जायज ठहराते हुए कई बातें कहीं.


हम हिंदू मुसलमान नहीं करते- धीरेंद्र शास्त्री


बागेश्वर धाम के नाम से मशहूर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, 'लोग हमसे कहते हैं कि हम हिंदू-मुसलमान करते हैं. सच ये है कि हम हिंदू मुसलमान नहीं करते. हमने समय से पहले हिंदुओं को जगाने की कोशिश की तो आपने हमारा विरोध किया पर आज तुम्हारी आंखों के सामने है.' पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत का हिंदू राष्ट्र बनना समय की मांग है और आज चीखते चिल्लाते हिंदुओं की तस्वीरें देखकर लोगों को समझ आ रहा है.


पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मांग की कि दुनिया में कम से कम एक देश हिंदुओं के लिए होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा, तब भी सभी धर्मों के लोग इसी तरह ही रहेंगे और उन पर कोई आंच नहीं आएगी. लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि भारत का हिंदू राष्ट्र बनना इसलिए जरूरी है ताकि भारत एक ऐसा देश बने जिसमें दुनियाभर से प्रताड़ित हिंदू शरण ले सकें. उन्होंने सरकार से मांग की कि बांग्लादेशी हिंदुओं को भारत में शरण दी जाए. 


'टुकड़े-टुकड़े गैंग की जुबान बंद हो गई'


वहीं बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हिंसा के बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने फिलिस्तीन और गाजा का समर्थन करने वालों को जमकर कोसा. गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया कि आज टुकड़े-टुकड़े गैंग की जुबान बंद हो गई है. गिरिराज सिंह ने कहा कि जो लोग इजरायल का विरोध करके गाजा का समर्थन कर रहे थे, आज उन्हें सांप सूंघ गया है और उन्हें हिंदुओं पर अत्याचार नहीं दिखता. 


गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल सनातन धर्म को मिटाना चाहते हैं. गिरिराज सिंह ने यहां तक कह दिया कि कुछ विरोधी दल चाहते हैं कि भारत में भी बांग्लादेश जैसे हालात बनें. केवल गिरिराज सिंह ही नहीं बीजेपी के तमाम नेता ये आरोप लगा चुके हैं कि विपक्षी दल, जाति जनगणना और हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करके बांग्लादेश जैसे दंगे भारत में भड़काना चाहते हैं.