DNA ANALYSIS: Zee न्यूज़ की खबर का असर, 21 महीने बाद कतर की जेल से परिवार की रिहाई
हमने पिछले साल 26 अक्टूबर को दिखाया था कि कैसे एक परिवार फ्री में हनीमून ट्रिप के चक्कर में ड्रग्स तस्करों के जाल में फंस गया और कतर में 10 साल की सजा काटने पर मजबूर हुआ. लेकिन अब ये परिवार 21 महीने जेल में रहने के बाद छूट गया है और वो भारत आ गया है.
नई दिल्ली: आज हम आपको DNA में एक पुरानी खबर का अपडेट देंगे. हमें लगता है कि यह खबर आपको जरूर देखनी चाहिए. Zee news और भारत सरकार का प्रयास सफल हुआ है. हमने पिछले साल 26 अक्टूबर को दिखाया था कि कैसे एक परिवार फ्री में हनीमून ट्रिप के चक्कर में ड्रग्स तस्करों के जाल में फंस गया और कतर में 10 साल की सजा काटने पर मजबूर हुआ. लेकिन अब ये परिवार 21 महीने जेल में रहने के बाद छूट गया है और वो भारत आ गया है.
जब ये परिवार पूरी तरह से निराश हो चुका था, तब Zee news इसके लिए सहारा बना और हमने प्राइम टाइम में इसकी कहानी दिखाई. हमने कतर की सरकार से भी अपील की थी कि वो इस मामले पर गौर करें और उन्हें छोड़ दे, ताकि एक परिवार टूटने से बच जाए. किस तरह से इस परिवार को उनकी सगी बुआ ने बैग में 4 किलोग्राम हशीश, जो एक प्रतिबंधित ड्रग्स है.
फिर NCB ने कतर की सरकार से संपर्क किया और इन पति पत्नी को जेल से छुड़ाने की कोशिश शुरू की, जो अब रंग लाई है. कतर की सुप्रीम कोर्ट ने भारत सरकार के तथ्यों को स्वीकारा और दोनों को छोड़ दिया है.
अब मोहम्मद शरीक और उनकी पत्नी ओनिबा एक साल की बेटी आयत के साथ भारत आ चुके हैं. कतर से आने के बाद हमने मोहम्मद शरीक और उनकी पत्नी ओनिबा से बात की. वो आज भी उस पूरी घटना को याद करके रो पड़ती हैं.
NCB ने इस मामले में बहुत ही सावधानी और तत्परता से काम किया. इस पूरे मामले की जांच करने वाले और अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने में सबसे बड़ी भूमिका NCB के डिप्टी डायरेक्टर केपीएस मल्होत्रा ने निभाई है इसलिए आज आपको उनको भी सुनना चाहिए कि कैसे वो अपराधियों तक पहुंचे.
अब हम आपको एक ऐसी खबर के बारे में बताना चाहते हैं, जिसका असर 172 दिनों बाद हुआ है. ये खबर कतर में फंसे उस भारतीय शादीशुदा जोड़े की है, जिसे ड्रग्स तस्करी के आरोप में वहां की अदालत ने 10 साल जेल की सजा सुनाई थी, लेकिन अब ये पति पत्नी भारत वापस लौट आए हैं.
आपको याद होगा 26 अक्टूबर को पिछले साल हमने DNA में ये खबर दिखाई थी और आपको बताया था कि कैसे इस पति पत्नी की एक करीबी रिश्तेदार ने उन्हें झांसा दिया. उनकी हनीमून ट्रिप स्पॉन्सर करने का लालच देकर उनसे ड्रग्स की तस्करी कराई और जब ये मामला खुला तो NCB ने इसकी जांच शुरू की. वैसे तो इस तरह की खबरें अखबारों और न्यूज़ चैनलों में नीचे ही दब कर रह जाती हैं, लेकिन इस मामले में हमने मुहिम शुरू की और अब इस पति पत्नी को इंसाफ मिल गया है.