DNA ANALYSIS: कोरोना संकट के बीच मानसिक तौर पर बीमार होने से बचें, इन 5 बातों का रखें ख्याल
Coronavirus: आज जब आप सुबह सुबह अख़बार पढ़ते हैं या ख़बरों के लिए टीवी पर न्यूज़ चैनल लगाते हैं तो आपको चारों तरफ़ से ऐसी ही ख़बरें मिलती हैं जिनसे ये लगता है कि अब सब कुछ समाप्त हो गया है और आपका बचना भी मुश्किल है.
नई दिल्ली: पूरे देश के लिए ही ये वीकेंड काफी मुश्किलों से भरा था क्योंकि, कोरोना वायरस की वजह से देश में चारों तरफ से ऐसी ख़बरें आ रही हैं, जो किसी भी व्यक्ति को डिप्रेशन में डाल सकती हैं. इसलिए हम इस हफ़्ते में डीएनए की शुरुआत एक पॉज़िटिव विचार से करना चाहते हैं.
इस समय हमारे देश में तीन चीज़ें चल रही हैं. पहला है चुनाव, दूसरा है आईपीएल का मैच और तीसरा है, कोरोना वायरस. इन तीनों में ही एक चीज़ काफ़ी कॉमन और वो है, नंबर गेम यानी अंकों का खेल चुनाव भी एक नम्बर गेम है, आईपीएल भी अंकों का एक खेल है और कोरोना वायरस भी अब आंकड़ों यानी नंबर्स का एक खेल बन गया है.
आज जब आप सुबह सुबह अख़बार पढ़ते हैं या ख़बरों के लिए टीवी पर न्यूज़ चैनल लगाते हैं तो आपको चारों तरफ़ से ऐसी ही ख़बरें मिलती हैं जिनसे ये लगता है कि अब सब कुछ समाप्त हो गया है और आपका बचना भी मुश्किल है.
आज मौत के आंकड़े ऐसे पेश जा रहे हैं, जैसे ये चुनाव में किसी पार्टी द्वारा जीती गई सीटों की संख्या हो या फिर आईपीएल के किसी मैच का लेटेस्ट स्कोर हो. इस पूरे संकट की मीडिया कवरेज इस तरह हो रही है, जैसे आप किसी मैच की हाइलाइट्स देख रहे हों और आपको ये बताया जा रहा कि आज कितने लोग कोरोना वायरस की वजह से आउट हो गए और देश में कितनी विकेट गिर चुकी हैं.
हमें लगता है कि ये असंवेदनशील तो है ही साथ ही डराने वाला भी है और हम नहीं चाहते कि आप इस वायरस से ख़ुद को बचाते बचाते अपने मन में डर और नकारात्मक विचारों को डाउनलोड कर लें. इसलिए अब हम आपको ऐसी पांच बातें बताना चाहते हैं, जिनका पालन अगर आप हर रोज़ सुबह और शाम दवाइयों की तरह करें, तो ये बातें आपको मानसिक तौर पर बीमार होने से बचा सकती हैं.
पहली बात कोरोना वायरस से जुड़ी ऐसी ख़बरों से ख़ुद को आइसोलेट यानी अलग थलग कर लें जो आपको डराने का काम करती हैं और नकारात्मकता फैलाती हैं क्योंकि, पिछले एक साल में आप सभी कोरोना वायरस के बारे में इतनी बातें तो जान ही चुके हैं, जितनी पता होनी चाहिए.
दूसरी बात हर दिन कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का आंकड़ा ना देखें क्योंकि, ये आईपीएल के किसी मैच का लेटेस्ट स्कोर नहीं है, जिसे आप बार बार चेक करें.
तीसरी बात, इस महामारी से जुड़ी और जानकारियों के लिए इंटरनेट का सहारा न लें क्योंकि, ऐसा करने से आपका डर और बढ़ेगा
चौथी बात ऐसे मैसेज पोस्ट और शेयर न करें, जिनसे भगदड़ मचे या लोग भ्रमित होकर घबराने लगें और ऐसे लोगों से दूर रहें जो नकारात्मकता फैलाते हैं.
पांचवीं बात, वायरस से ज़्यादा अपनी चिंता करें और ख़ुद को ख़ुश रखने के लिए आप संगीत सुन सकते हैं और योग भी कर सकते हैं. यानी आप ऐसी गतिविधियों में अपना मन लगाएं जो आपको डर से दूर रखती हैं.
घर पर भी अनुशासन को न भूलें मास्क लगाएं और हाथों को बार बार धोते रहें और आखिरी बात ये है कि अपने मन में ये भरोसा बना कर रखें कि ये समय भी बीत जाएगा और आप सुरक्षित रह कर इस युद्ध में विजयी रहेंगे क्योंकि, आप तब तक इस युद्ध में नहीं जीत सकते जब तक आपको ख़ुद पर भरोसा न हो.
इसके अलावा एक महत्वपूर्ण बात हम आपसे ये कहना चाहते हैं कि उन न्यूज़ चैनलों को न देखें जो आपको डराते हैं, वो चैनल देखिए जो आपको जागरुक करते हैं और आपको तैयार करते हैं. और वो चैनल है, जी न्यूज. हम लगातार आपसे कहते रहते हैं कि डर से बड़ी कोई महामारी नहीं होती. इसलिए सबसे पहले अपने मन से डर को डिलीट कीजिए और पॉज़िटिव विचारों को डाउनलोड करना शुरू करिए.