देश के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली मानसिकता कब खत्म होगी, जानिए क्यों उठा ये सवाल
कोई भी व्यक्ति, समाज या राष्ट्र अगर महान बनना चाहता है तो उसके लिए सम्मान को ढूंढना बहुत ज़रूरी है. शरीर की भूख रोटी से मिटती है और आत्मा की भूख सम्मान से मिटती है, अगर आप दूसरे लोगों के मन में अपने देश को लेकर सम्मान का भाव नहीं जगा पाते तो सब बेकार है.
पॉडकास्ट:
'देश से बड़ा कुछ भी नहीं'
कोई भी व्यक्ति, समाज या राष्ट्र अगर महान बनना चाहता है तो उसके लिए सम्मान को ढूंढना बहुत ज़रूरी है. शरीर की भूख रोटी से मिटती है और आत्मा की भूख सम्मान से मिटती है, अगर आप दूसरे लोगों के मन में अपने देश को लेकर सम्मान का भाव नहीं जगा पाते तो सब बेकार है.
लेकिन देश के लिए ये भाव संकीर्ण मानसिकता से जन्म नहीं लेता. उदाहरण के लिए हमारे देश में बहुत सारे लोग Youtube के Views और अपने Followers बढ़ाने के लिए, पैसा कमाने के लिए और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए अपने देश तक को गिरवी रख देते हैं और विदेश में जाकर अपने देश की बुराई करने लगते हैं.
कॉमेडियन और एक्टर वीर दास ने भी ठीक यही किया. वीर दास अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी के केनेडी सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, इस दौरान उन्होंने कहा कि वो जिस भारत से आते हैं वह दो तरह का है, एक भारत जहां दिन में हम महिलाओं की पूजा करते हैं और दूसरा जहां रात में उनके साथ गैंगरेप करते हैं. वीर दास ने ऐसी कई बातें कही जो देश के सम्मान को ठेस पहुंचाती है, इसलिए आप को भी भारत के आत्म सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला वीडियो देखना चाहिए.
विवाद पर सफाई
ये वीडियो कुल सात मिनट का है और ये भारत के खिलाफ ऐसी ही बातों से भरा हुआ है. इसमें इतने अपशब्द और इतनी अभद्र भाषा का इस्तेमाल हुआ है कि हम आपको ये पूरा वीडियो न दिखा सकते हैं या पढ़ा सकते हैं. हालांकि जबरदस्त आलोचना के बाद सोशल मीडिया पर ही वीर दास की सफाई भी आई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वो सिर्फ भारत के विरोधाभासों को सामने रख रहे थे. उन्होंने ये भी कहा कि भारत एक महान देश है और हमें अपनी महानता को याद रखना चाहिए, उन्होन इस बात पर ज़ोर दिया कि वीडियो के आखिर में बजी तालियां भारत के प्रति लोगों की देशभक्ति का सबूत है.
लेकिन सवाल ये है कि देश भक्ति का ये सबूत हासिल करने लिए वीर दास को अपने ही देश के बारे में इतनी सारी भद्दी बातें करने की क्या ज़रूरत थी? हम मांग करते हैं वीरदास के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए ताकि कभी कोई और व्यक्ति भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश ना करे.