नई दिल्‍ली:  अब हम आपको एक ऐसी ख़बर के बारे में बताना चाहते हैं,  जिसमें सीख भी है और चिंता भी. हम बचपन से सुनते आए हैं कि स्वास्थ्य सबसे बड़ी पूंजी है और हमने नये साल पर आपको बताया कि हेल्‍थ अब आपका नया पासपोर्ट है.  लेकिन दो दिन पहले पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के हार्ट अटैक (Heart Attack) की खबर आई. 


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सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) जैसे फिट व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है. ये खबर सुनकर सभी को हैरानी हुई क्योंकि, सौरव गांगुली जब क्रिकेट खेलते थे तब बिल्कुल फिट थे.  हाल ही में वो जहां भी दिखे बिल्कुल स्वस्थ नज़र आए. सौरव गांगुली की उम्र 48 वर्ष है. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठे कि जब सौरव गांगुली जैसे फिट व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ सकता है, तो फिट और Healthy होने के पैरामीटर क्या हैं? स्वस्थ रहने के लिए और कितना अधिक फिट होना जरूरी है?


क्या फिट दिखने और स्वस्थ होने में अंतर है?


सौरव गांगुली की दो तस्‍वीरों से आप इसको समझिए. 27 दिसंबर को सौरव गांगुली पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मिले थे.  दूसरी तस्वीर 28 दिसंबर 2020, दिल्ली के फिरोज़ शाह कोटला मैदान की है. मौका पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की प्रतिमा के अनावरण का था.  सौरव गांगुली बिल्कुल फिट और तरोताजा दिख रहे थे.  दिल्ली में हुए कार्यक्रम के बाद सौरव गांगुली (Sourav Ganguly)  कोलकाता अपने घर लौट जाते हैं.  चार दिन बाद 2 जनवरी की सुबह सौरव गांगुली ज़िम में थे और तभी उन्हें Heart Attack आया. ऐसे में सवाल स्वाभाविक है.  जिम जाने वाले, खुद को फिट रखने वाले सौरव गांगुली को Heart Attack कैसे आ गया?


सवाल ये भी है कि क्या फिट दिखने और स्वस्थ होने में अंतर है?


क्या Heart Attack, फिट और स्वस्थ व्यक्ति को भी हो सकता है? इस सवाल पर देश में बहुत चर्चा है. लोग ये चर्चा कर रहे हैं कि अगर सौरव गांगुली को Heart Attack हो सकता है तो फिर सुरक्षित किसे माना जाए. एक खिलाड़ी जिसे फिटनेस की ट्रेनिंग दी जाती है, जो हमेशा एक अनुशासन से बंधा रहता है. जब उसके शरीर में ऐसी बीमारी चुपचाप आ सकती है,  तो फिर इससे कैसे बचें.  देश की इस चिंता पर हमने कुछ एक्सपर्ट से बात की है और ये जानने की कोशिश की है कि फिट दिखने वाले लोग कैसे बीमार पड़ जाते हैं. 


इस स्थिति में बढ़ जाती है Heart Attack होने की संभावना 


यदि आपके दिल की coronary arteries में किसी तरह का ब्‍लाॅकेज है, तब Heart Attack होने की संभावना बढ़ जाती है. Coronary arteries दिल में मौजूद वो धमनियां होती हैं जो दिल में Blood पहुंचाने का काम करती हैं और जब इन धमनियों में किसी तरह के Speed Breaker आ जाते हैं, तब दिल के कामकाज पर असर पड़ता है. 


सौरव गांगुली के दिल की तीनों धमनियों में Blockage था और इसी वजह से उन्हें Heart Attack आया.  हालांकि 50 वर्ष से कम उम्र में दिल का दौरा पड़ने का एक प्रमुख कारण Family History भी हो सकती है. 


यदि परिवार में मां को 65 वर्ष की उम्र से पहले और पिता को 55 वर्ष की उम्र से पहले Heart Attack हुआ है.  तब सावधान होना जरूरी है. सौरव गांगुली के परिवार में दिल से जुड़ी बीमारी की History पाई गई है. सौरव गांगुली के मेडिकल बुलेटिन में डॉक्टरों ने इसकी जानकारी दी है. फिलहाल सौरव गांगुली ठीक हैं.  चिंता की कोई बात नहीं है. 


हर उम्र के लोगों के लिए समस्या बना हृदय रोग  


पहले दिल की बीमारी बुजुर्गों की बीमारी मानी जाती थी.  लेकिन पिछले कुछ वर्षों में ये बीमारी हर उम्र के लोगों के लिए समस्या बन गई है.  हमने इस बारे में  एक्‍सपर्ट से बात की और उन्होंने दिल की बीमारी और उसके कारणों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी. 



हम आपको लगातार बताते रहे हैं कि अब स्वास्थ्य आपकी ज़िंदगी का सबसे जरूरी हिस्सा है.  आप अपनी नौकरी या व्यापार तभी अच्छे से कर सकते हैं, जब आप स्वस्थ हैं.  यदि आपको विदेश भी जाना हो तो आपका नया पासपोर्ट अब आपकी सेहत ही है.  इसलिए आज हम आपसे कहना चाहते हैं कि अपनी सेहत, परिवार और रोजगार को जीवन में सबसे ज्यादा प्राथमिकता दीजिए.