DNA Analysis: राहुल भक्ति में कायदे-कानून ताक पर, एंकर रोहित रंजन के परिवार के साथ छत्तीसगढ़ पुलिस की बदसलूकी
DNA on Zee News Anchor Rohit Ranjan: देश की राजनीति में रसातल में पहुंच चुकी कांग्रेस के कार्यकर्ता राहुल-भक्ति में क्या कुछ कर सकते हैं, यह मंगलवार सुबह एक बार फिर स्पष्ट हो गया, जब एक ज़ी न्यूज पर प्रसारित एक खबर के बाद कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ राज्य में केस दर्ज कर पुलिस एंकर रोहित रंजन की गिरफ्तारी के लिए उनके घर पहुंच गई.
DNA on Zee News Anchor Rohit Ranjan: Zee News और DNA से आपका रिश्ता वर्षों पुराना है. ये रिश्ता हमने भरोसे की नींव पर तैयार किया है. DNA में हम हर रोज नई खबरें और विश्लेषण आपके लिए लेकर आते हैं और हमारी पूरी कोशिश होती है कि हम खबर के साथ उसका पूरा सच और उसका इतिहास भी आपको बताएं और इस दौरान हमारी पूरी टीम काम करती है. हम ईमानदारी और सच्ची निष्ठा के साथ खबरों को आपके सामने प्रस्तुत करते हैं. एक जुलाई को DNA में हमसे एक मानवीय भूल हुई थी. जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक बयान गलत संदर्भ में चल गया था. इस गलती के लिए Zee News ने तुरंत माफी भी मांग ली थी. हमने आपको ये भी बताया था कि गलती करने वाले दो लोगों पर कार्रवाई की गई है. ये एक मानवीय भूल थी, जो किसी से भी हो सकती है. बड़ी बात होती है, उस गलती को स्वीकार करना. जो हमने किया. लेकिन कांग्रेस के लिए ये काफी नहीं था.
कांग्रेस ने फिर दिखाई इमरजेंसी वाली मानसिकता
कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की भक्ति करने वाले लोगों ने Zee News और एंकर रोहित रंजन (Anchor Rohit Ranjan) के खिलाफ़ कई राज्यों में FIR दर्ज करा दी. उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा. हमें कानूनी कार्रवाई से कोई आपत्ति नहीं है. FIR कराना कांग्रेस पार्टी के लोगों का कानूनी अधिकार है लेकिन हमारी आपत्ति कांग्रेस की आपातकाल वाली मानसिकता से है. जिसमें उसके नेता तमाम नियम और कानूनों को ताक कर रख कर गांधी परिवार के प्रति अपनी निष्ठा और वफादारी साबित करना चाहते हैं. आज हम DNA में इसी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगे. अगर इस मुहिम में आप हमारा साथ देना चाहते हैं तो आप भी Hashtag... I Support Rohit Ranjan पर ट्वीट कर सकते हैं.
कांग्रेस की आपातकाल वाली इस मानसिकता को आप इस बात से समझ सकते हैं कि मंगलवार सुबह करीब पांच बजे छत्तीसगढ़ पुलिस उस समय रोहित रंजन (Anchor Rohit Ranjan) के घर पहुंच गई, जब वो और उनका परिवार सोया हुआ था. छत्तीसगढ़ पुलिस ने जबरन उनके घर में घुसने की कोशिश की, उनके परिवार के लोगों के साथ बदसलूकी की गई, उनके घर में रखा सामान तहस नहस कर दिया गया. इस टीम ने रोहित रंजन से उनका मोबाइल फोन भी छीन लिया. बड़ी बात ये है कि छत्तीसगढ़ पुलिस के ये जवान ना तो वर्दी में थे ना ही अपना आईडी कार्ड दिखा रहे थे.
छत्तीसगढ़ पुलिस पहुंची एंकर रोहित रंजन के घर
रोहित रंजन (Anchor Rohit Ranjan) और उनके परिवार के प्रति इस पुलिस टीम का व्यवहार ऐसा था, जैसे उन्हें ऊपर से कोई आदेश मिला हो. यानी छत्तीसगढ़ पुलिस ने रोहित रंजन को गिरफ्तार करने के लिए तमाम नियम कानून ताक पर रख दिए. जिस सोसायटी में रोहित रंजन रहते हैं, वहां के Guards से भी उन्होंने बदसलूकी की. इस दौरान रोहित रंजन ने सुबह 6 बजकर 16 मिनट पर ट्वीट करके कहा, 'बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ पुलिस मेरे घर के बाहर मुझे अरेस्ट करने के लिए खड़ी है, क्या ये क़ानूनन सही है?'
रोहित रंजन के इस ट्वीट पर रायपुर पुलिस ने सुबह 8 बजकर 9 मिनट पर जवाब दिया. जिसमें ये लिखा है कि ऐसे मामलों में स्थानीय पुलिस को सूचना देने का कोई नियम नहीं है. जबकि सच ये है कि ऐसे मामलों में स्थानीय पुलिस को पहले से बताना पड़ता है. यही वजह है कि जब गाजियाबाद पुलिस रोहित रंजन के घर पर पहुंची तो छत्तीसगढ़ पुलिस के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था कि उन्होंने बिना सूचना दिए रोहित रंजन और उनके परिवार को प्रताड़ित क्यों किया?
इस मामले में नियमों की अनदेखी भी हुई और छत्तीसगढ़ पुलिस ने रोहित रंजन (Anchor Rohit Ranjan) और उनके परिवार से बदसलूकी भी की. जब Zee News की रिपोर्टिंग टीम ने छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों से कुछ कड़वे सवाल पूछे तो हमारी टीम के साथ भी धक्का मुक्की की गई.
पत्रकारिता में खतरनाक ट्रेंड की हुई शुरुआत
कांग्रेस पार्टी ने रोहित रंजन को गिरफ़्तार करने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस का इस्तेमाल किया. यानी एक ऐसे राज्य की पुलिस का इस्तेमाल किया, जहां उसकी सरकार है. ये मामला सीधे सीधे पुलिस के दुरुपयोग का बनता है. ये पूरा प्रकरण बताता है कि कांग्रेस आज भी वैसे ही बर्ताव कर रही है, जिस तरह का बर्ताव उसने इमरजेंसी काल में किया था. हजारों लोगों को पकड़ कर जेल में बन्द कर दिया गया था.
हमें लगता है कि आज रोहित रंजन (Anchor Rohit Ranjan) के साथ जो हुआ है, वो भविष्य में किसी के साथ भी हो सकता है. ये एक खतरनाक ट्रेंड की शुरुआत है, जिसमें पुलिस को पर्सनल फोर्स की तरह इस्तेमाल किया जाता है. पुलिस का राजनीतिक दुरुपयोग होता है और फिर बड़े पदों पर बैठे नेता वो सब करते हैं, जिससे गांधी परिवार के प्रति उनकी वफादारी साबित हो सके.
ज्यादती के आगे नहीं झुकेगा Zee News
यहां हम एक बार फिर से ये बात कहना चाहते हैं कि एक जुलाई को DNA में जो मानवीय भूल हुई थी, उसके लिए हम माफी मांग चुके हैं. हमने दो लोगों पर इसके लिए कार्रवाई भी की है. बड़ी बात ये है कि उस दिन जो कुछ भी हुआ, वो एक भूल थी. लेकिन कांग्रेस पार्टी अब जो कर रही है, वो भूल नहीं है बल्कि ये पूरी कार्रवाई राजनीति से प्रेरित लगती है. जिसमें रोहित रंजन (Anchor Rohit Ranjan) जैसे पत्रकारों को डराने की कोशिश की जा रही है.
हमारी इस मुहिम से देशभर के लोग जुड़ रहे हैं और हमें आपका जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. हम इसके लिए आपको धन्यवाद देना चाहते हैं और आपसे कहना चाहते हैं कि DNA की असली ताकत उसके दर्शक ही हैं. यानी आप ही हमारी असली पूंजी और ताकत हैं. Zee कांग्रेस पार्टी की इन कोशिशों के सामने झुकेगा नहीं.
(ये ख़बर आपने पढ़ी देश की सर्वश्रेष्ठ हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर)