अलीगढ़ : दक्षिणपंथी संगठन ने अलीगढ़ के विभिन्न स्कूलों को पत्र जारी करके क्रिसमस नहीं मनाने की धमकी दी है. पत्र में संगठन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर उसकी बात नहीं मानी गई तो परिणाम के लिए स्कूल ही जिम्मेदार होंगे. वहीं, योगी आदित्‍यनाथ सरकार ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों को ऐसी हरकत करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.


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हिंदू जागरण मंच के नगर अध्यक्ष सोनू सविता ने पत्रकारों कहा कि 'क्रिसमस पश्चिमी सभ्यता को बढ़ावा देने वाला पर्व है. संगठन ने जिले के सभी विद्यालयों खासकर मिशनरी स्कूलों को भेजे गए पत्र में क्रिसमस नहीं मनाने की हिदायत देते हुए चेतावनी दी है कि अगर इसे नहीं माना गया तो परिणाम के लिए संबंधित स्कूल ही जिम्मेदार होगा'.


पब्लिक स्कूल डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने मंच के फरमान पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि 'स्कूलों में सभी धर्मों के त्यौहार मनाए जाते हैं. इससे छात्र-छात्राओं को देश के जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाने में मदद मिलती है. वहीं, पैरेंट्स एसोसिएशन के संयोजक अनुराग गुप्ता ने भी कहा कि 'बच्चों को विभिन्न धर्मों के बारे में जानकारी दिलाने में स्कूलों की महत्वपूर्ण भूमिका है. ऐसे में हिन्दू जागरण मंच की धमकी चिंतनीय है.


इस बीच, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश पाण्डेय ने कहा कि जिला प्रशासन किसी को भी स्कूलों में क्रिसमस मनाने से रोकने की इजाजत नहीं देगी. उन्होंने सभी स्कूलों के प्रबन्धन को क्रिसमस पर पूर्ण सुरक्षा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.


उधर, इस बाबत जानकारी मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी जिला पुलिस प्रमुखों को सतर्क किया है. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत सभी जिला पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिये गए हैं कि वे ऐसी धमकी देने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करें. उन्होंने यह भी कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता एक संवैधानिक अधिकार है और पुलिस प्रशासन इसकी रक्षा के लिए समुचित कदम उठाएगी.


अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश पाण्डेय के मुताबिक, जिला प्रशासन किसी को भी स्कूलों में क्रिसमस मनाने से रोकने की इजाजत नहीं देगी. उन्होंने सभी स्कूलों के प्रबन्धन को क्रिसमस पर पूर्ण सुरक्षा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.