नेपाल के पीएम ओली ने दी चेतावनी, कहा-हमारे घरेलू मामलों में दखल न दे भारत
भारत-नेपाल सीमा पर सोमवार को नए सिरे से तनाव उभरने के बीच नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत को चेतावनी दी कि वह उनके देश के आतंरिक मामलों में दखल न दे। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित बीरगंज में सोमवार तड़के प्रदर्शनकारी मधेसी समुदाय को हटाने के लिए नेपाली पुलिस की ओर से की गई गोलीबारी में एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई है। मृतक रक्सौल का रहने वाला है।
काठमांडू : भारत-नेपाल सीमा पर सोमवार को नए सिरे से तनाव उभरने के बीच नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत को चेतावनी दी कि वह उनके देश के आतंरिक मामलों में दखल न दे। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित बीरगंज में सोमवार तड़के प्रदर्शनकारी मधेसी समुदाय को हटाने के लिए नेपाली पुलिस की ओर से की गई गोलीबारी में एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई है। मृतक रक्सौल का रहने वाला है।
सीमा पर एक भारतीय नागरिक की मौत के कुछ घंटे बाद काठमांडू में आयोजित एक समारोह में ओली ने नेपाल पर भारत की नीतियों की आलोचना की। ओली ने खासकर 20 सितंबर के बाद देश में लागू नए संविधान पर भारतीय रुख की ओलचना की।
ओली ने आरोप लगाया कि भारत दोनों देशों की सीमा पर मधेसी समर्थित पार्टियों को 'उकसा' रहा है। दोनों देशों के बीच 1751 किलोमीटर की खुली सीमा है। पीएम ने कहा कि यह नेपाल की जिम्मेदारी है कि वह अपने देश में आंदोलन कर रहे लोगों की चिंताओं का समाधान करे।
ओली ने कहा, 'नेपाल का संविधान किसी देश के खिलाफ नहीं है।'
नेपाली पुलिस ने भारत-नेपाल सीमा प्रवेश स्थल स्थित महत्वपूर्ण मितेरी पुल पर आंदोलन कर रहे मधेशी प्रदर्शनकारियों पर सोमवार तड़के लाठियां बरसाईं और उनके तंबुओं को जला डाला जिसके बाद 40 दिनों में पहली बार मुख्य बीरगंज-रक्सौल सीमा स्थल को खोल दिया गया।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता लक्ष्मी प्रसाद ढकाल ने बताया कि तड़के साढ़े चार बजे पुलिस ने बीरगंज-रक्सौल कारोबारी मार्ग पर कार्रवाई करते हुए पांच प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। इस सीमा स्थल के जरिये करीब 70 फीसदी द्विपक्षीय कारोबार होता है।
सुरक्षाकर्मियों ने नेपाल-भारत सीमा के बीच पुल पर लगाए गए तंबुओं में सो रहे 10 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाई। प्रदर्शनकारियों के तंबुओं और बिस्तरों में आग लगा दी गई।
इसके बाद करीब 170 खाली ट्रक नेपाल में जरूरी सामान की आपूर्ति के बाद सीमा स्थल के जरिये भारत में घुसे। एक महीने से ज्यादा समय तक मधेशी आंदोलनकारियों के कारोबारी मार्ग को बंद करने से ये ट्रक फंस गए थे। सुरक्षाकर्मियों की मदद से सीमा को सोमवार को फिर से खोला गया।
(एजेंसी इनपुट के साथ)