डिलीवरी बॉय के लिए फट से दरवाजा मत खोलिए, जानिए ग्रेटर नोएडा में इस लड़की के साथ क्या हुआ
Greater Noida News: पुलिस को शक है कि आरोपी अंधेरे में एक सुनसान जगह पर छिप गया था. जब गार्ड्स ने अपनी तलाश बंद कर दी तो भागने में कामयाब रहा.
Noida News: एक ऑनलाइन स्टोर से किराने का सामान पहुंचाने वाला 25 वर्षीय डिलीवरी बॉय ने कथित तौर एक ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक हाउसिंग सोसाइट के फ्टैल में एक कस्टमर (19 साल की लड़की) का यौन उत्पीड़न किया. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक लड़की ने जब ऑर्डर लेने के लिए दरवाजा खोला तो आरोपी जबर घर में घुस आया था.
लड़कि ने खुद को उसकी पकड़ से मुक्त किया तो वह भाग गया. लड़की बालकनी की ओर भागी और मदद के लिए चिल्लाई. सुबह के करीब 5 बजे थे और कुछ मॉर्निंग वॉकर्स और गार्ड्स ने उसकी आवाज सुनी, उन्होंने परिसर में डिलीवरी एजेंट की तलाश की लेकिन वह नहीं मिला।
डिलीवरी मैन नोएडा के एक गांव का रहने वाला और एक साल से ऑनलाइन स्टोर के साथ काम कर रहा है.
आरोपी भागने में रहा कामयाब
पुलिस को शक है कि आरोपी अंधेरे में एक सुनसान जगह पर छिप गया था. जब गार्ड्स ने अपनी तलाश बंद कर दी और जो लोग महिला की मदद के लिए दौड़े थे वे अपने फ्लैट में लौट आए तो वह भागने में कामयाब रहा.
फ्लैट में अकेली थी लड़की
जिस फ्लैट में महिला रह रही है, उसका मालिक उसकी बहन का मंगेतर है, जो एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अपने परिवार के साथ अपने होम टाउन गया था. उसने लडकी से कुछ दिनों के लिए फ्लैट में रहने और अपने दो कुत्तों की देखभाल करने रिक्वेस्ट किया था। शुक्रवार सुबह वह फ्लैट में अकेली थी।
सुबह 5.09 बजे किया था आर्डर
बिसरख पुलिस स्टेशन के SHO अनिल राजपूत ने कहा, ‘सुबह 5.09 बजे, उसने एक ऑनलाइन किराने की दुकान से अंडे, ब्रेड और दूध का ऑर्डर दिया। आरोपी कुछ मिनटों के बाद सामान लेकर पहुंचा और जब उसने दरवाजा खोला तो वह जबरन फ्लैट में घुस गया। उसने उसके साथ छेड़छाड़ की। जब उसने लड़ने की कोशिश की आरोपी ने उसे पीटा भी.’ महिला को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे प्राथमिक उपचार दिया गया.
पुलिस ने मामला दर्ज किया, आरोपी की तलाश जारी
स्टेशन हाउस अधिकारी ने कहा, ‘महिला के परिवार ने शिकायत दर्ज कराई है। हमने डिलीवरी एजेंट के खिलाफ दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार), 511 (आजीवन कारावास या अन्य कारावास के साथ दंडनीय अपराध करने का प्रयास) और 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत एफआईआर दर्ज की है। उसकी गिरफ्तारी के लिए दस टीमें बनाई गई हैं। सोसायटी और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज भी स्कैन किए जा रहे हैं.’