Eknath Shinde Dussehra Rally: दशहरा के मौके पर एक ओर जहां महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवाजी पार्क में रैली हुई तो BKC मैदान में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रैली की. सीएम शिंदे की रैली में शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के बेटे जयदेव ठाकरे भी पहुंचे. उन्होंने सीएम शिंदे के साथ मंच साझा किया. जयदेव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपना समर्थन दिखाने पहुंचे. जयदेव ठाकरे ने कहा कि एकनाथ शिंदे को अकेले मत छोड़ें. वह किसानों और आम लोगों के लिए काम कर रहे हैं. 


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जयदेव ठाकरे उद्धव ठाकरे के बड़े भाई हैं. बताया जाता है कि जयदेव ठाकरे के अपने छोटे भाई उद्धव ठाकरे के साथ मधुर संबंध नहीं हैं. इसके अलावा शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के 27 साल तक करीबी सहयोगी रहे चंपा सिंह थापा भी रैली में मौजूद थे.


शिंदे की अगुवाई वाले गुट की रैली में जयदेव ठाकरे की उनसे अलग रह रही पत्नी स्मिता भी मौजूद थीं. साथ में उद्धव ठाकरे के सबसे बड़े भाई दिवंगत बिंदूमाधव ठाकरे के बेटे निहार भी रैली में मौजूद थे. पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्मिता ठाकरे ने कहा कि शिंदे ने उन्हें रैली के लिए आमंत्रित किया था.


बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट के नेता दशहरा रैली में शामिल हुए. शिंदे ने बालासाहेब ठाकरे की कुर्सी पर श्रद्धांजलि दी. 51 फीट की तलवार की 'शस्त्र पूजा' के लिए उत्तर प्रदेश के अयोध्या से एक महंत को बुलाया गया.



बता दें कि दशहरा रैलियों के लिए ठाकरे और शिंदे दोनों गुटों ने शिव सैनिकों को लुभाने के लिए एक चौतरफा युद्ध शुरू कर दिया था. वह 'टीजर' जारी कर रहे हैं, निमंत्रण वितरित कर रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को लुभाने के लिए पूरी तैयारी कर रहे थे. दोनों समूहों ने लोकप्रियता के स्तर और विजयादशमी के शुभ दिन पर जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता से अपने-अपने मैदान पर एक-दूसरे को मात देने की उम्मीद की.


उद्धव ठाकरे की शिवाजी पार्क में रैली


उधर, उद्धव ठाकरे की शिवाजी पार्क में रैली हुई. उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि कटप्पा को जनता माफ नहीं करने वाली है. साफ कहा गया है कि शिवसैनिकों की गद्दी पर सिर्फ एक शिवसैनिक का ही अधिकार रहने वाला है. 


उद्धव ठाकरे ने कहा कि गद्दारों को गद्दार ही कहा जाएगा. ये बात सभी को पता होनी चाहिए शिवसेना की गद्दी मेरे शिवसैनिकों की है. जनता कभी भी कटप्पा को माफ नहीं करने वाली है. बीजेपी ने भी सही नहीं किया, उसने भी धोखा देने का काम किया. उद्धव ने शिंदे पर बड़ा बयान देते हुए ये भी कह दिया ये लोग शिवसेना का नाम चुराने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन ये लोग सिर्फ कुछ समय के लिए ही कुर्सी पर रहने वाले हैं. इनका कोई भविष्य नहीं है. मैं हिंदू हूं, किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है, झुकने की जरूरत नहीं है.


उद्धव ठाकरे के गुट को लगा था झटका


इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने उद्धव ठाकरे के गुट को बड़ा झटका देते हुए चुनाव आयोग को एकनाथ शिंदे समूह के असली शिवसेना होने के दावे पर फैसला करने से रोकने से इनकार कर दिया था. एक दिन की सुनवाई के बाद जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने ठाकरे के गुट की ओर से दायर वार्ता अर्जी खारिज कर दी. शीर्ष अदालत का फैसला बृहन्मुंबई नगर निगम चुनावों के मद्देनजर बहुत महत्वपूर्ण है, जहां शिंदे और ठाकरे दोनों गुट चुनाव लड़ना चाहेंगे.


पीठ ने कहा कि पार्टी के भीतर विवाद और पार्टी के 'धनुष और तीर' पर चुनाव आयोग के समक्ष कार्यवाही पर कोई रोक नहीं होगी. हम निर्देश देते हैं कि भारत के चुनाव आयोग के समक्ष कार्यवाही पर कोई रोक नहीं होगी.


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