ED Action on Unitech Group: ED ने यूनिटेक ग्रुप की 257 करोड़ की संपत्ति मनी लॉड्रिग मामले में अटैच की है. चंद्रा बंधुओं की ये संपत्ति गुरूग्राम, गोवा, चेन्नई और दूसरी जगहों पर है जिसे अटैच किया गया है. आरोप है कि यूनिटेक ग्रुप के मालिकों ने होम बॉयर के 244 करोड़ रुपयों को अपनी दूसरी कंपनियों में डायवर्ट कर ये संपत्ति बनायी थी.


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मालिकों के खिलाफ मामले दर्ज


ED ने यूनिटेक ग्रुप के मालिकों पर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में दर्ज मामले के आधार पर मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज किया था. इस मामले की जांच के लिये सुप्रीम कोर्ट ने भी एजेंसी को आदेश दिया था. दिल्ली पुलिस ने साकेत पुलिस स्टेशन और आर्थिक अपराध शाखा में यूनिटेक ग्रुप के मालिकों के खिलाफ मामले दर्ज कर रखे हैं जिसके बाद मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू की और अब तक करीब 6452 करोड़ की धोखाधड़ी का पता चला है.


घर खरीदने का सपना दिखाकर फ्रॉड 


जांच में पता चला कि यूनिटेक ग्रुप ने घर खरीदने वाले लोगों से घर देने के नाम पर धोखाधड़ी की और जो पैसे इन घर खरीदने वालों से लिये गये थे उन्हें चंद्रा बंधुओं ने अपनी दूसरी कंपनी CIG Realty Fund में ट्रासंफर कर दिया. इस कंपनी में डॉर्यवट पैसे से यूनिटेक ग्रुप की उन कंपनियों को खरीदा गया जिनके पास जमीनें थी.


लोगों के पैसे से जेल में अय्याशी


M/s Auram Asset Management Pvt Ltd ऐसी ही एक कंपनी है जिसे चंद्रा बंधु कंट्रोल करते थे और इसके जरिये CIG Realty Fund को मैनेज करते थे. इस कंपनी के जरिये ही होम बायर्स के डायवर्ट किये गये पैसों को निकाला गया इतना ही नहीं, जांच में ये भी पता चला कि होम बायर्स से लूटे गये पैसों के जरिये चंद्रा बंधु जेल में बंद होकर भी अय्याशी कर रहे थे और इन्हीं पैसों को तिहाड़ जेल के अधिकारियों पर अपनी अय्याशी के लिये लूटा रहे थे. 


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अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया 


सुप्रीम कोर्ट को जब इस बाद की जानकारी मिली तो तिहाड़ जेल में बंद संजय और अजय चंद्रा को मुंबई की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया गया. चंद्रा बंधुओं ने साल 2007 में होम बॉयर्स से घर देने के बदले लिये 60.25 करोड़ रुपयों को Authentic Group में डॉयवर्ट कर दिया जिससे ये दोनों साउथ गोवा में सात सितारा रिजार्ट बनाना चाहते थे. एजेंसी ने गोवा की इस जमीन को भी अटैच किया है.


45 जगह पर की छापेमारी 


अब तक की जांच में एजेंसी ने पांच आरोपियों की गिरफ्तारी की है जिसमें संजय चंद्रा, अजय चंद्रा, रमेश चंद्रा, प्रीति चंद्रा और राजेश मलिक है. इसके अलावा 45 छापेमारी कर 14 संपतियों को अटैच किया है जिसकी कीमत 1059.52 करोड़ है जिसमें यूनिटेक ग्रुप की अलग-अलग कंपनियां जैसे Carnostie Group, Shivalik Group, Trikar Group, CIG Realty, Authentic Group शामिल है.


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