Jammu and Kashmir News: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जम्मू कश्मीर में पैसे लेकर फर्जी तरीके से बंदूक के लाइसेंस जारी करने मामले में IAS राजीव रंजन, इतरीत हुसैन और दूसरे सरकारी अधिकारियों समेत 21 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की. इस मामले में ED ने आरोपियों की ₹6.27 करोड़ की संपत्ति और कैश जब्त की थी.


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सीबीआई में दर्ज मामले पर संज्ञान लेते हुए ईडी ने मनी लॉड्रिग का मामला दर्ज किया था. आरोप था कि जम्मू कश्मीर में फर्जी तरीके से हथियारों के लाइसेंस जारी करने का रैकेट चल रहा है जिसमें काफी सारे लोग शामिल है.


22 जिलों में तैनात अधिकारियों ने रची साजिश
इसी के बाद एजेंसी ने मामले की जांच शुरू की थी. जांच में पता चला कि जम्मू कश्मीर के 22 जिलों में तैनात DM/ADM ने हथियारों की दुकान चलाने वाले लोगों से मिल कर साजिश रची.


इन लोगों ने 10 से 12 लाख रुपये लेकर 2.78 लाख हथियारों के लाइसेंस जारी किए और ये लाइसेंस ऐसे लोगों को जारी किए गए थे जो इस पाने के असली पात्र नहीं थे या जिन्हें किसी तरह का कोई खतरा नहीं था. जांच में ये भी पाया गया कि ये लाइसेंस ना केवल जम्मू कश्मीर के लोगों को बल्कि राज्य से बाहर के रहने वाले लोगों को भी जारी किए गए जोकि तय नियमों के खिलाफ था.


सीबीआई दो अधिकारियों को कर चुकी है गिरफ्तार
इस मामले में CBI ने दो IAS अधिकारी राजीव रंजन और इतरीत हुसैन को गिरफ्तार भी किया था. इसी मामले में ED ने आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी और ₹4.69 करोड़ की संपत्ति, ₹1.58 करोड़ कैश और सोना जब्त किया था.