Jal Jeevan Scam: ईडी के घेरे में अशोक गहलोत के करीबी महेश जोशी, क्यों खास है जांच एजेंसी की रेड?
Rajasthan Jal Jeevan Scam: राजस्थान में जब बीजेपी विपक्ष में थी तो जल जीवन स्कैम मामले को जोरशोर से उठाती थी. अब सरकार में आने के बाद कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है. अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे महेश जोशी के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम मे छापेमारी की है.
ED raid on Mahesh Joshi: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को जल जीवन मिशन घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व कांग्रेस मंत्री महेश जोशी के परिसरों सहित राजस्थान में कई स्थानों पर छापेमारी की. जयपुर, दिल्ली और गुजरात से आई ईडी की करीब 10 टीमों ने सुबह 6 बजे परिसरों पर छापेमारी की. इसमें महेश जोशी के दो घर, जल आपूर्ति विभाग के दो ठेकेदार और विभाग के दो अधिकारियों के आवास शामिल हैं.
महेश जोशी के परिवार से भी पूछताछ
ईडी की टीमें महेश जोशी के घर की तलाशी ले रही हैं. उनसे और उनके परिवार के दो सदस्यों से कुछ फाइलों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।ईडी की टीमें छह महीने से जल जीवन मिशन घोटाले की जांच कर रही हैं.सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी महेश जोशी को ईडी मुख्यालय आने का नोटिस भी दे सकती है. ईडी ने जल जीवन मिशन के लिए की गई खरीदारी के भारी मात्रा में फर्जी बिल जब्त किए हैं। इन बिलों को लेकर ईडी पूर्व मंत्री समेत अधिकारियों और ठेकेदारों से पूछताछ कर रही है.
पिछले साल भी हुई थी रेड
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने पिछले साल भी जयपुर और दौसा में छापेमारी की थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएचई विभाग और वरिश्ठ आईएएस अधिकारी सुबोध अग्रवाल के ठिकाने पर रेड डाली गई थी. जांच एजेंसी ने तब कहा था कि कुछ दलालों और प्रॉपर्टी डीलर ने पीएचई विभाग के अधिकारियों को जल जीवन मिशन से गैरकानूनी तौर पर पैसे की निकासी की थी.जांच में पता चला कि जल जीवन से जुड़े ठेकेदारों ने फर्जी तरीके से इरकान द्वारा जारी कंप्लीशन सर्टिफिकेट को हासिल करने में कामयाब रहे. इसके लिए बड़े पैमाने पर पीएचई अधिकारियों को रिश्वत दी गई. हालांकि इस तरह के आरोप पर राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियां बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार विपक्ष के नेताओं को निशाना बना रही है.
(एजेंसी इनपुट-आईएएनएस)