Electoral Bonds: ये मोनिका कौन हैं, जिन्होंने कांग्रेस को दिए 5 लाख रुपये
Electoral Bonds News: इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा जारी हो चुका है और सामने आया है कि मोनिका नाम की एक महिला ने कांग्रेस को 5 लाख का डोनेशन दिया. मोनिका ने 5 लाख रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे.
Monika Electoral Bonds: इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) का डेटा जारी हो चुका है. चुनाव आयोग (Election Commission) के जरिए यह जनता के सामने आ चुका है. यह साफ हो गया है कि किस कंपनी या शख्स ने किस राजनीतिक पार्टी को कितने रुपये दिए. इस दौरान, एक दिलचस्प खुलासा भी हुआ है. दरअसल, मोनिका (Monika) नाम की एक महिला ने 5 लाख रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे और उसे कांग्रेस को डोनेट कर दिया. अब हर कोई ये बात जानना चाहता है कि आखिर मोनिका कौन है जिसने कांग्रेस को दान करने के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे.
कितना चुनावी चंदा मिला?
चुनाव आयोग की तरफ से रिलीज किए गए डेटा के मुताबिक, इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए 12 हजार 146 करोड़ रुपये अलग-अलग पॉलिटिकल पार्टियों को मिले. ये इलेक्टोरल बॉन्ड अलग-अलग कंपनियों ने खरीदे और अलग-अलग पार्टियों को दान किए. इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए लगभग आधा पैसा बीजेपी को मिला है. लेकिन दिलचस्प है कि कांग्रसे को 5 लाख रुपये किसी कंपनी ने नहीं बल्कि एक महिला ने खरीदकर दिए.
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मोनिका ने कितने के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे?
इलेक्टोरल बॉन्ड खरीददारों की लिस्ट में मोनिका नामक एक महिला का भी नाम है. मोनिका ने कांग्रेस को चुनावी बॉण्ड के जरिए 5 लाख रुपये का डोनेशन दिया. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की तरफ से चुनाव आयोग को गुरुवार को सौंपे गए डेटा से यह जानकारी मिली है.
कौन हैं मोनिका?
डेटा के अनुसार, मोनिका का केवल पहला नाम ही इस लिस्ट में दर्ज है. मोनिका का सरनेम क्या है यह कोई नहीं जानता. फिलहाल मोनिका के बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है. यही वजह है कि हर कोई मोनिका के बारे में जानना चाह रहा है. मोनिका ने अक्टूबर 2021 में पांच इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे जिनमें से हर एक की कीमत एक लाख रुपये थी. मोनिका ने कांग्रेस पार्टी को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए पांच लाख रुपये दिए हैं.
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गौरतलब है कि एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ा उसके पास मौजूद सारा डेटा निर्वाचन आयोग को सौंप दिया. इसके बाद, निर्वाचन आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड के डोनर्स की लिस्ट को पब्लिक कर दिया.