श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) का साल 2019 में विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद वहां स्थिति के आकलन के लिए यूरोपीय संघ के दूतों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर राज्य पहुंचा. अधिकारियों ने बताया कि 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जम्मू-कश्मीर पहुंचा. प्रतिनिधिमंडल के गुरुवार को जम्मू का दौरा करने की योजना है.


विकास कार्यों का लेंगे जायजा


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अधिकारियों ने बताया कि 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में प्रशासन द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को देखेंगे. वे डीडीसी के चुने गए सदस्यों से भी मिलेंगे. इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा स्थानीय प्रमुख लोगों से भी मुलाकात करेंगे.


दूसरे दिन जम्मू जाएंगे राजनयिक


अधिकारियों ने बताया कि राजनयिकों को बताया जाएगा कि किस तरह यहां लोकतांत्रिक संस्थाएं जमीनी स्तर तक मजबूत हो रही हैं. वित्तीय अधिकार देकर पंचायतों को किस तरह सशक्त किया जा रहा है. दौरे के दूसरे दिन वे लोग जम्मू जाएंगे और डीडीसी के चुने गए सदस्यों तथा अन्य सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे. पिछले साल दिसंबर में संपन्न हुए डीडीसी चुनावों के बाद राज्य के जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए राजनयिकों का यह दौरा कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इससे पाकिस्तान के दुष्प्रचार की हवा निकल सकेगी.


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कानून-व्यवस्था की जानकारी लेंगे राजनयिक


अधिकारियों ने बताया कि राजनयिकों को वरिष्ठ अधिकारी राज्य की कानून-व्यवस्था की जानकारी देंगे. नियंत्रण रेखा पर किस तरह पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है और अपने यहां से आतंकियों को भेज रहा है, इस संबंध में भी वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाएगा.


17 देशों के राजनयिकों ने लिया था हालात का जायजा


बता दें कि इससे पहले पिछले साल संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधियों के साथ 17 देशों के राजनयिकों ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था और जमीनी हालात का जायजा लिया था. राज्य का विशेष दर्जा खत्म होने के तीन माह बाद यूरोपीय यूनियन के 23 सांसदों ने भी दो दिन का दौरा किया था.