Telangana News: तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव दशहरा पर राष्ट्रीय पार्टी की घोषणा करेंगे. इसके लिए पांच अक्टूबर को 1:19 बजे का मुहूर्त निकला है. रविवार को मुख्यमंत्री केसीआर ने कैबिनेट के साथियों और पार्टी के 33 जिलाध्यक्षों के साथ लंच पर बात की थी. बताया जा रहा है कि केसीआर ने इस बैठक में राष्ट्रीय पार्टी लॉन्च करने के रोडमैप पर बात की है.


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बुधवार को तेलंगाना भवन में टीआरएस विधायक दल और राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक हो सकती है, जिसमें टीआरएस को राष्ट्रीय बनाने का प्रस्ताव लाया जाएगा. उसके बाद पार्टी का नाम भारतीय राष्ट्र समिति या बीआरएस हो सकता है. पार्टी संसद, विधानसभा के निर्वाचित सदस्य, विधान परिषद के सदस्य, जिला परिषद अध्यक्ष, मेयर्स और नगरपालिका अध्यक्ष समेत 282 लोगों के इसमें भाग लेने की उम्मीद है. 


चुनाव आयोग को भेजा जाएगा प्रस्ताव


टीआरएस का नाम बदलने का प्रस्ताव चुनाव आयोग को भेजा जाएगा. चूंकि अभी टीआरएस राज्य की पार्टी है लिहाजा किसी भी राज्य में वह चुनाव लड़ सकती है. 2024 लोकसभा चुनावों में अपनी परफॉर्मेंस को देखते हुए टीआरएस राष्ट्रीय पार्टी का भी दर्जा मांग सकती है. इससे पहले भी वह विधानसभा चुनाव में चार या अधिक राज्यों में छह फीसदी वोट पाकर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर सकती है.


रिपोर्ट्स के मुताबिक, केसीआर ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से कहा है कि बीआरएस राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी का विकल्प होगी और साल 2024 में दोनों ही पार्टियों के बीच सीधी टक्कर हो सकती है. पार्टी गुलाबी रंग के साथ-साथ एम्बेसडर कार वाला चुनावी चिह्न भी चाहती है लेकिन अभी राष्ट्रीय पार्टी बनने की उसकी राह काफी लंबी है.


9 दिसंबर को करेंगे बड़ी रैली


टीआरएस की उत्तराधिकारी पार्टी के लिए पहला चुनाव मुनुगोड़े उपचुनाव होगा, जो 4 नवंबर को हो सकता है. पार्टी गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और कर्नाटक में भी विधानसभा चुनाव लड़ सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, केसीआर दिल्ली में 9 दिसंबर को एक बड़ी रैली की योजना बना रहे हैं. मुख्यमंत्री देशभर में दौरे के लिए 12 सीटर एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल करेंगे. 


उनकी चुनावी सभा में कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के भी आने की संभावना है. कहा जा रहा है कि केसीआर राष्ट्रीय राजनीति में लोगों के एजेंडे के साथ उतरना चाहते हैं. वह क्षेत्रीय पार्टियों को साथ लाकर नया फ्रंट नहीं बनाना चाहते. केसीआर ने अपनी पार्टी के नेताओं से कहा है कि वे विभिन्न राज्यों में जाएं और पिछले 8 वर्ष में पार्टी की बेहद कामयाब स्कीमों के बारे में लोगों को बताएं ताकि पार्टी का सियासी प्रभाव और बढ़े. 


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