वही हो रहा है जिसकी थी आशंका, लंबा खिंचेगा किसान आंदोलन; जानिए कैसे
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा तीनों कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने के ऐलान के बावजूद किसान नेताओं ने अपना आंदोलन वापस लेने की बजाय इसे और तेज करने का ऐलान कर दिया है.
पॉडकास्ट:
संयुक्त किसान मोर्चा की तैयारी
गौरतलब है कि हमने आपको बताया था कि 25 नवम्बर को हैदराबाद में किसानों की एक बड़ी रैली होगी. इसी तरह बुधवार यानी 24 नवम्बर को सर छोटू राम की जयंती पर देशभर में विरोध प्रदर्शन होंगे. आपको बताते चलें कि सर छोटू राम महान स्वतंत्रता सेनानी थे. हरियाणा के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनका काफी प्रभाव माना जाता है. ऐसे में उनकी जंयती पर किसान संगठनों की रैलियों से ये साफ है कि ये आंदोलन अभी बहुत लंबा चलने वाला है.
संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवम्बर से शुरू हो रहा है. अगर केन्द्र सरकार ने पहले ही दिन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए संसद में बिल पेश कर दिया तो इन कानूनों को हटाने में दो दिन का समय लगेगा. यानी इस हिसाब से 1 दिसम्बर को ये कानून देश से खत्म हो जाएंगे. लेकिन ये किसान आंदोलनन तब भी खत्म नहीं होगा.