Farooq Abdullah : एक महीने में दूसरी बार, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर में एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) कार्यालय में नहीं गए. आज ( 13 फरवरी ) उन्हें क्रिकेट एसोसिएशन घोटाले मामले में ईडी ने समन किया था. यह दूसरी बार है जब अब्दुल्ला ने ईडी कार्यालय द्वारा समन करने के बावजूद वो इडी दफ़्तर में पेश नहीं हुए.


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फारूक अब्दुल्ला से जब पूछा की क्या वह इडी दफ्तर जाएंगे तो उन्होंने कहा, मैं जम्मू में हूं कैसे जाऊंगा में कल श्रीनगर आ रहा हूं. फारूक ने और कहा “ यह चाहते हैं में इनके सामने सर झुकाऊं वो नहीं हो सकता फारूक अब्दुल्ला सिर्फ अल्लाह के सामने झुकता है


 


सोमवार ( 12 फरवरी )  शाम को इडी ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में एनसी अध्यक्ष को पूछताछ के लिए बुलाया था. 11 जनवरी, 2024 को उन्हें पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था, लेकिन अब्दुल्ला इसमें भी शामिल नहीं हुए तब अब्दुल्ला ने कहा था की उनका स्वास्थ ठीक नहीं हैं.


 


जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था. आरोप पत्र दायर करने वाले प्रवर्तन निदेशालय ने अब्दुल्ला से कई बार पूछताछ की फारूक ने 2019 में इसी मामले में अपना बयान भी दर्ज कराया था.


 


इस मामले में जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से संबंधित धन की हेराफेरी शामिल है, जिसे एसोसिएशन के पदाधिकारियों सहित विभिन्न लोगों के व्यक्तिगत बैंक खातों की जांच की गई थी, जब अब्दुल्ला एसोसिएशन का नेतृत्व कर रहे थे.


 


फारूक अब्दुल्ला को 2022 के मामले में केंद्रीय एजेंसी ने आरोप पत्र दायर किया था.  ईडी का मामला उसी आरोपी के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दायर 2018 आरोप पत्र पर आधारित है. यह घोटाला कथित तौर पर तब हुआ जब अब्दुल्ला 2001 और 2012 के बीच एसोसिएशन के अध्यक्ष थे. पिछले चार वर्षों में इस मामले में अब्दुल्ला से सीबीआई और ईडी कई बार पूछताछ भी कर चुकी है.


 


वह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बाद एक और बड़े विपक्षी नेता हैं, जिन्हें अप्रैल-मई में होने वाले संसद चुनावों से पहले पूछताछ के लिए बुलाया गया है. 19 दिसंबर, 2020 को ईडी ने जेकेसीए में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एनसी अध्यक्ष की 11.86 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी.