चेन्नई: मरीना बीच पर विरोध प्रदर्शन करने के मामले में द्रमुक के कार्यवाहक अध्यक्ष एम के स्टालिन, उनकी पार्टी के विधायकों, सांसदों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। स्टालिन विधानसभा में विश्वास मत के दौरान खुद पर और अपने विधायकों पर कथित हमले के विरोध में मरीना बीच पर प्रदर्शन कर रहे थे।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पुलिस ने बताया कि विधानसभा में कानून का उल्लंघन करने और सार्वजनिक व्यवस्था का उल्लंघन करने के मामले में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।



एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने  बताया, ‘द्रमुक ने कानून के तहत आवश्यक पूर्व अनुमति लिये बिना विरोध प्रदर्शन किया।’ उन्होंने बताया कि स्टालिन के अलावा विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाले 63 विधायकों, तीन सांसदों और कई दम्रुक कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।



विश्वास मत के दौरान खुद पर और अपनी पार्टी के विधायकों पर कथित हमले के विरोध में यहां मरीना बीच पर प्रदर्शन पर बैठने के बाद स्टालिन को कल हिरासत में लिया गया।