Satpura Bhawan Fierce fire: भोपाल के सतपुड़ा भवन में अचानक से भीषण आग लग गई. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इमारत की तीसरी मंजिल पर यह आग लगी थी जो देखते ही देखते बेकाबू हो गई. भीषण आग पर काबू पाने के लिए मौके पर दमकल की डेढ़ दर्जन गाड़ियों को बुलाया गया लेकिन यह भयानक आग 5वीं मंजिल तक पहुंच गई. इस आग में कई विभागों के हेड दफ्तर जलकर खाक हो गए. बेकाबू होती आग को कंट्रोल करने के लिए CISF की टीम मौके पर पहुंची.


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सतपुड़ा भवन की आग से उठा सियासी धुंआ


आपको बता दें कि भोपाल के सतपुड़ा भवन में आदिम जाति कल्याण विभाग, लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग, लोकनिर्माण विभाग और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के दफ्तर मौजूद हैं जो आग की चपेट में आ गए हैं. इस घटना में कोविड का सारा रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया और डिस्पेंसरी भी पूरी जल गई. इस घटना पर कंट्रोल करने के लिए खुद सीएम शिवराज नजर बनाए हुए थे. सतपुड़ा भवन में लगी आग की वजह से सियासी धुंआ भी खूब उठ रहा है. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने सीएम शिवराज पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 50% भ्रष्टाचार के एविडेंस को मिटाने के लिए आग लगाई गई है. पटवारी का सवाल यह आग लगी है या लगाई गई है?


कांग्रेस ने छोड़े सियासी तीर


कांग्रेस नेता ने कहा कि अब सरकार को भी पता चल गया है कि कांग्रेस की सरकार आने वाली है. इसलिए एविडेंस मिटाए जा रहे हैं. कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा जब -जब चुनाव आते हैं सरकारी दफ्तरों में आग क्यों लग जाती है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि चुनाव से पहले भ्रष्टाचार की फाइलों को मिटाने की कोशिश की जा रही है. 2018 के चुनाव से पहले भी ऐसी आग लगी थी. विपक्ष का कहना है कि इस मामले की विस्तृत जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.


(इनपुट: एजेंसी)