नई दिल्ली: पूर्व राजनयिकों और अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञों ने पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर की विदेश मंत्री के रूप में नियुक्ति की सराहना करते हुए कहा कि वह अपार राजनयिक अनुभव के साथ राजनीति में प्रवेश कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय में पूर्व सचिव विवेक काटजू ने कहा कि राजनयिक के रूप में जयशंकर का उत्कृष्ट रिकार्ड रहा है और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शानदार तरीके से सहायता करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘वह श्रेष्ठ पेशेवर हैं. भारतीय राजनयिकों का अच्छे इंसान और अच्छा राजनीतिक हस्ती होने का इतिहास बहुत अच्छा रहा है.


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इन सबके बावजूद पेशेवर रूप से सक्षम होना अलग बात है. लेकिन जब आप राजनीति के क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो नयी दिशा होती है.’’ काटजू ने कहा, ‘‘जयशंकर को अच्छे राजनीतिक व्यक्तित्व के रूप में खुद को साबित करना होगा और मुझे भरोसा है कि वह ठीक से यह कर सकेंगे.’’ कजाकिस्तान और स्वीडन में भारत के पूर्व राजदूत अशोक सज्जनहार ने कहा कि जयशंकर का चुनाव एक शानदार फैसला है.


उन्होंने कहा कि वह राजनयिक क्षेत्र के अपने 40 साल के मूल्यवान अनुभव के साथ काम करेंगे और वह अमेरिका, रूस तथा चीन समेत कई देशों के साथ भारत के रिश्तों को समझते हैं. भारत के जानेमाने रणनीतिक विश्लेषक रहे दिवंगत के. सुबमण्यम के बेटे जयशंकर भारत-अमेरिका परमाणु करार के लिए वार्ता करने वाले भारतीय दल के सदस्य थे.


एक और सेवानिवृत्त राजनयिक ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा कि जयशंकर इस पद के लिए उत्कृष्ट पसंद हैं और राजनयिक क्षेत्र में उनका अनुभव राजनीतिक क्षेत्र में भी उनके साथ रहेगा. काटजू ने कहा कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विदेशों में भारतवंशी समुदाय पर बहुत ध्यान दिया था और सार्वजनिक जीवन के लोग जयशंकर से इसे जारी रखने की उम्मीद करेंगे.