Fourth meeting of India Alliance in Delhi: तीन राज्यों में हार के बाद आज दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक शुरू हो चुकी है. इसके लिए सभी नेता दिल्ली में पहुंच चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सीट शेयरिंग, एक सीट पर एक उम्मीदवार, साझा चुनाव कमेटी जैसे अहम मुद्दों पर फैसले लिए जा सकते हैं. चूंकि अगले आम चुनाव होने में अब केवल कुछ महीने ही बाकी रह गए हैं, ऐसे में इस बैठक को भविष्य के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है. 


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कांग्रेस ने बनाई 5 सदस्यीय कमेटी


कांग्रेस ने INDIA Alliance को मजबूत करने के लिए 5 सदस्यीय नेशनल कमेटी का भी गठन किया है. इस कमेटी में चुनाव हारे 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी जगह दी गई है. इस कमेटी का चेयरमैन मुकल वासनिक को बनाया गया है. जबकि अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश इस कमेटी के सदस्य बनाए गए हैं. यह कमेटी सहयोगी दलों के साथ बातचीत करके गठबंधन का साझा एजेंडा तैयार करने का प्लान फाइनल कर सकती है. 


कांग्रेस पर निर्भर बैठक की सफलता


सूत्रों के मुताबिक आज दिल्ली में हो रही इंडिया गठबंधन की बैठक में कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं. इस बैठक की सफलता का दारोमदार काफी कुछ कांग्रेस के रुख पर निर्भर कर सकता है. ऐसे में अगर कांग्रेस ने पॉजिटिव रुख दिखाया तो आज की बैठक का स्वरूप कुछ ऐसा नजर आ सकता है:-


मीटिंग में लिए जा सकते हैं ये फैसले


1. देश के 5 राज्यों के चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर अपना रुख साफ नहीं कर रही कांग्रेस अब फ्लेक्सिबल नजर आएगी.


2. विपक्षी पार्टियों द्वारा 'मोदी हटाओ' का एजेंडा चलाने के बजाय जनता के बीच 2024 के चुनावों के लिए वैकल्पिक एजेंडा देने का प्रस्ताव लाया जाएगा.


3. सीट बंटवारे के लिए राज्यवार जल्दी से जल्दी चर्चा और फैसलों पर सहमति बनेगी ताकि चुनाव में समय से पहले विपक्षी एकता का माहौल बनाया जा सके.


4. संसद में सरकार के तानाशाही रवैये के बाद कांग्रेस को है उम्मीद है कि सांसदों का भारी संख्या में निलंबन फेविकोल का काम करेगा.


5. इंडिया गंठबंधन की ओर से एक बड़ी संयुक्त रैली का ऐलान हो सकता है.


6. बदले हालात में आम आदमी पार्टी, ममता बनर्जी और अखिलेश पर नरम रुख रखा जाएगा.


7. दिल्ली और पंजाब पर केजरीवाल के साथ समझौते पर बात बैठक में उनके रुख को देखकर तय होगी.


8. अलग अलग दलों के नेताओं को अनौपचारिक जिम्मेदारी दी गई है कि वो साथियों से बात करके उन्हें समझाएं कि कैसे इगो और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा छोड़कर आगे बढ़ना है. जानकारी के मुताबिक उद्धव ठाकरे को केजरीवाल से बात करने की जिम्मेदारी मिली है.


9. कई बार संयोजक और चैयरपर्सन के नाम को लेकर कयास लगाए गए, लेकिन नाम नहीं तय हो सका. आज की बैठक में अगर नाम पर चर्चा किसी सहयोगी दल ने शुरू की तो उस पर विचार होगा.