किरन रिजिजू और अनुराग ठाकुर क्यों हुए आमने-सामने, 22 लोग दो टीमों में बंटे, जानें एक-एक के नाम
Friendly Cricket Match: बीजेपी के दो दिग्गज नेता पहली बार आमने, सामने थे. एक तरफ अनुराग ठाकुर, दूसरी तरफ किरण रिजिजू. दोनों की तरफ से ग्यारह, ग्यारह सांसद थे, जानें क्या है पूरा मामला. कौन किसके तरफ था, जानें उनका नाम. क्यों बनी ये टीम, इसके पीछे क्या था मकसद.
Rajya Sabha vs Lok Sabha cricket match: राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों के बीच आपने तकरार तो खूब सनी होगी. लेकिन पहली बार दोनों सदनों के सांसद एक साथ, एक पिच पर आए. इससे पहले कि आप दिमाग पर बहुत जोर दें हम आपको बता दें कि आखिर क्या है पूरा माजरा.
क्रिकेट के पिच पर एक हुए सांसद
25 नवंबर को शुरू हुए शीतकालीन सत्र में हंगामा मचते सबने देखा है, पहली बार पंद्रह दिसंबर को दोनों सदनों के सांसद खूब हंसते हुए दिखे और एक मैदान में एक साथ दिखे. ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से दोनों सदनों के बीच एक दोस्ताना क्रिकेट मैच खेला गया. दोनों सदनों के सांसदों के बीच यह मुकाबला नई दिल्ली के मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम में खेला गया. इस मैच में राज्यसभा से किरन रिजिजू और लोकसभा से अनुराग ठाकुर अपनी टीमों की अगुवाई कर रहे थे.
दोनों टीमों की सदस्यों के जानें नाम
लोकसभा अध्यक्ष XI
अनुराग सिंह ठाकुर (सी), गुरुमीत सिंह हिरे, मनोज तिवारी, दीपेंद्र सिंह हुडा, के. राम मोहन नायडू, तेजस्वी सूर्या, राजीव प्रताप रूडी, चंद्रशेखर रावण, लवू श्रीकृष्ण, दुष्यंत सिंह, अरुण गोविल, मुरलीधर मोहोल, राजेश वर्मा, ओमप्रकाश राजे निंबालकर, देवेश शाक्य, पुष्पेंद्र सरोज, सागर ईश्वर खंडारे, निशिकांत दुबे, अप्पाला नायडू कालीसेट्टी.
राज्यसभा सभापति XI
किरण रिजिजू (कप्तान), कमलेश पासवान, मोहम्मद अज़हरुद्दीन, इमरान प्रतापगढ़ी, राघव चड्ढा, डेरेक ओ'ब्रायन, नीरज डांगी, सी.एम. रमेश, सौमित्र खान, के. सुधाकर, अनिल कुमार यादव, विजय कुमार दुबे, सुरेन्द्र सिंह नागर, नीरज शेखर, अशोक मित्तल, अमरपाल मौर्य, दुरई वाइको, तोखन साहू, रवि किशन.
क्यों खेला सांसदों के बीच मैच
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस अवसर पर आईएएनएस से बात करते हुए बताया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का एक लक्ष्य रखा है. दुनियाभर का लक्ष्य 2031 का है. अगर आप 2015 से लेकर अब तक देखें, भारत में जो टीबी से जुड़ी मृत्यु में 38 प्रतिशत की गिरावट आई है. जो नए केस हैं उनमें लगभग 18 प्रतिशत की गिरावट है. दुनियाभर में यह लगभग 8 प्रतिशत है. इसका मतलब भारत दुनिया से बेहतर कर रहा है, लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी टीबी आबादी भी भारत में ही है. अब इसका इलाज भी है और सरकार मुफ्त में दवाई भी देती है. 1,000 रुपये पोषण के लिए भी देती है और इसकी ट्रैकिंग भी की जाती है."
लोकसभा सांसद मनोज तिवारी ने इस अवसर पर आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, "इस मैच के जरिए हम एक संदेश देना चाहते हैं कि हम सांसद टीबी जैसी बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मैदान पर भागेंगे, दौड़ेंगे और इस मैच को खेलेंगे. टीबी बहुत खतरनाक बीमारी है और थोड़ी सी सजगता से उसको हराया जा सकता है.
विपक्ष के सांसद का पूरा समर्थन
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा, "एक बेहतरीन कारण के लिए सभी सांसद पहुंचे हैं. टीबी को लेकर जागरूकता देश के कोने-कोने तक पहुंचे. बिनी किसी राजनीति के, टीम भावना के साथ हम एकजुट हुए हैं. हमारी टीम भावना बनी रहें. सभी राजनेता भी ऐसे ही टीम भावना के तहत काम करें. चुनाव के बाद भी राजनेता आपस में उलझते रहते हैं. मुझे लगता है कि इस प्रकार की पहल से ऐसी चीजें भी कम होंगी." इनपुट आईएएनएस से भी.