G20 Countries: दिल्ली में 8 से 10 सितंबर के बीच जी-20 सम्मेलन होने वाला है. काफी तादाद में विदेशी राष्ट्राध्यक्ष और अन्य मेहमान दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) पर उतरेंगे. IGI देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है. यहां से हर दिन लगभग दो लाख यात्री ट्रैवल करते हैं. 


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दिल्ली एयरपोर्ट को ऑपरेट करने वाली कंपनी डायल‍ ने शनिवार को कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर उसे एयरलाइंस से आठ सितंबर से 10 सितंबर तक कई उड़ानों को रद्द करने के आवेदन मिले हैं. इनमें 80 उड़ान भरने वाली उड़ानें और इतनी ही तादाद में लैंड करने वाली उड़ानें शामिल हैं.


पर्याप्त है पार्किंग स्पेस


दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने हालांकि यह भी कहा कि एयरपोर्ट पर सम्मेलन के दौरान पर्याप्त पार्किंग स्पेस रहेगा. DIAL ने बयान में कहा, 'हमें जी-20 शिखर सम्मेलन 2023 के मेजबान के रूप में भारत की भूमिका पर बहुत गर्व है. उड़ानों को रद्द करने की वर्तमान खबरों का विमान की पार्किंग से कोई संबंध नहीं है. हमने पहले ही जरूरी पार्किंग उपलब्ध करा दी है.' इससे पहले खबर आई थी कि जी-20 सम्मेलन के कारण ट्रैवल बैन के मद्देनजर एयरलाइंस उड़ानें रद्द कर रही हैं.


बयान के मुताबिक, 'अब तक, हमें तीन दिनों में लगभग 80 उड़ान भरने वाली और 80 लैंड करने वाली घरेलू उड़ानों को रद्द करने के अनुरोध मिले हैं. यह दिल्ली एयरपोर्ट पर जनरल हाउसहोल्ड ऑपरेशन्स का महज 6 प्रतिशत है. बैन से इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा.'  DIAL ने कहा, 'हम यात्रियों को होने वाली किसी भी असुविधा को कम करने के लिए एयरलाइंस के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.' राष्ट्रीय राजधानी में जी-20 शिखर सम्मेलन नौ और 10 सितंबर को आयोजित होगा.


इमरजेंसी के लिए 80 डॉक्टर, 130 एंबुलेंस


गौरतलब है कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान मेडिकल से जुड़ी किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए 130 एम्बुलेंस और 80 डॉक्टरों के दल को तैनात किया गया है. दिल्ली के एलजी ने कहा, आतंकवाद, परमाणु, ऑर्गेनिक और कैमिकल हमले जैसे किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा का पुख्ता ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है. सामान्य कानून-व्यवस्था और अन्य स्थितियों से निपटने के लिए भी पूरी तैयारी है.


(इनपुट-पीटीआई)