गैंगस्टर सचिन बिश्नोई को अजरबैजान से भारत लाया गया, सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में थी तलाश
Sidhu Moosewala Murder Case: रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब के फाजिल्का के रहने वाले बिश्नोई को पिछले साल अगस्त में अजरबैजान में हिरासत में लिया गया था. पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में कथित तौर पर शामिल गैंगस्टर सचिन बिश्नोई को अजरबैजान से भारत लाया गया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के अधिकारी मामले में प्रगति पर नजर रखने के लिए अजरबैजान की राजधानी बाकू गए थे.
अधिकारियों ने बताया कि बिश्नोई उर्फ सचिन थापन को बाकू से सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित कराया गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब के फाजिल्का के रहने वाले बिश्नोई को पिछले साल अगस्त में अजरबैजान में हिरासत में लिया गया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सचिन ने भारत में रहकर ही मूसेवाला हत्याकांड की प्लानिंग की और फिर दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर अजरबैजान भाग गया था. सिद्धू मूसेवाला की हत्या से कुछ दिन पहले, बिश्नोई जाली पासपोर्ट का उपयोग करके देश से फरार हो गया.
बिक्रम बरार की गिरफ्तारी
हाल ही में एनआईए ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एक करीबी सहयोगी विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बरार को गिरफ्तार कर लिया. विक्रम बरार को प्रत्यर्पण के तहत संयुक्त अरब अमीरात से भारत लाया गया जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। एनआईए ने बताया कि बरार मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के अलावा अन्य लोगों और कारोबारियों की हत्या में शामिल है।
इसके अलावा, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को गुजरात जेल से दिल्ली लाया गया है और राष्ट्रीय राजधानी की मंडोली जेल में रखा गया है. उसने मूसेवाला की हत्या में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है.
मई 2022 में की गई थी मूसेवाला की हत्या
सिद्धू मूसेवाला के नाम से पहचाने जाने वाले शुभदीप सिंह सिद्धू की 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गायक को बेहद नजदीक से गोली मारी गई और मनसा सिविल अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया. हमलावरों ने मूसेवाला पर 30 राउंड से अधिक गोलियां चलाईं.
जांच से पता चला कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई दिनदहाड़े हत्या का मास्टरमाइंड था. इस मामले में उसके करीबी सहयोगी गोल्डी बरार, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह कनाडा में रहता है, भी जांच के दायरे में है. पुलिस ने इंटरपोल के जरिए बरार के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराया था.
(इनपुट - एजेंसी)