Jitendra Gogi- Tillu Tajpuria Crime History: दिल्ली में एक बार फिर गैंगवार हो गई है लेकिन इस बार यह गैंगवार खुले में नहीं बल्कि अति सुरक्षित कही जाने वाली तिहाड़ जेल में हुई है. जेल में बंद गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने विरोधी गैंग के सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की नुकीले हथियार घोंप-घोंपकर हत्या कर दी. सनसनीखेज हत्या की यह पूरी वारदात वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई. इस घटना के बाद से दोनों गैंग्स में फिर से संघर्ष तेज होने की आशंका जताई जा रही है, जिसे देखते हुए पुलिस अलर्ट हो गई है. 


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पूरी योजना के साथ की गई हत्या


तिहाड़ जेल के सूत्रों के मुताबिक यह मर्डर (Tillu Tajpuriya Murder) अचानक नहीं हुआ बल्कि इसके लिए कई दिनों पहले से फुलप्रूफ प्लानिंग की गई थी, जिसे 2 मई को अंजाम दे दिया गया. सूत्रों के मुताबिक तिहाड़ जेल के हाई सिक्योरिटी वार्ड के पहले फ्लोर पर बंद गोगी गैंग का बदमाश योगेश उर्फ टुंडा 2 मई की सुबह करीब 6 बजे बेडशीट के सहारे नीचे ग्राउंड पर उतरा. उसके पीछे-पीछे दीपक उर्फ तीतर, राजेश बवानिया और रियाज भी उतरे. उन्हें नीचे उतरते हुए टिल्लू ताजपुरिया ने देख लिया था, जिसके चलते वह खतरा भांपकर तुंतर दूसरे कैदी रोहित के सेल में घुस गया.


सीसीटीवी कैमरों के सामने 90 से ज्यादा वार


गोगी गैंग के चारों बदमाश भी रोहित की सेल में घुस गए और टिल्लू ताजपुरिया (Tillu Tajpuriya Murder) पर नुकीले हथियारों से हमला करने लगे. वे नुकीले हथियार उन्होंने एग्जॉस्ट फैन की पंखुड़ियों और ग्रिल को घिसकर बनाए थे. रोहित ने जब टिल्लू को बचाने की कोशिश की तो उस पर भी ताबड़तोड़ वार किए गए. इसके बाद गोगी गैंग के चारों बदमाश टिल्लू को खींचते हुए सेल के बाहर ले गए और सीसीटीवी कैमरों के सामने उस पर 90 से ज्यादा वार करके मार दिए. टिल्लू को मारने से पहले चारों बदमाशों ने उसी वार्ड में बंद दूसरे खतरनाक बदमाशों मंजीत महाल, प्रदीप और सोनू दरियापुर जैसे के सेल को बाहर से बंद कर दिया था, जिससे वे टिल्लू को बचाने के लिए बाहर न आ सकें. 


आखिर क्यों हुआ ये मर्डर?


जेल में बंद चल रहे सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया ने अपने शार्प शूटर भेजकर सितंबर 2021 में रोहिणी कोर्ट में पेशी पर गए जितेंद्र मान उर्फ गोगी (Jitendra Gogi Murder) की गोली मारकर हत्या करवा दी थी. दोनों शॉर्प शूटर वकील की ड्रेस पहनकर कोर्ट में पहुंचे थे और ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर जज के सामने ही गोगी को मार गिराया था. इस घटना के बाद स्पेशल सेल के जवानों ने उसी दिन दोनों बदमाशों का एनकाउंटर कर दिया था. लेकिन गोगी गैंग के बदमाश इसके बाद से टिल्लू ताजपुरिया को मारने के लिए पीछे लग गए थे और 2 मई को वे अपने मिशन में आखिरकार कामयाब हो गए. 


ऐसे शुरू हुई थी दोनों की दुश्मनी


मारे गए गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया और जितेंद्र गोगी (Jitendra Gogi- Tillu Tajpuria Crime History) शुरुआत में दोनों अच्छे दोस्त हुआ करते थे. वे एक साथ दिल्ली के स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज में पढ़ते थे और वहां की छात्र राजनीति में काफी सक्रिय रहते थे. दोनों में कॉलेज राजनीति का किंग मेकर बनने की चाहत कुलबुलाहट कर रही थी. उसी दौरान कॉलेज में एक उम्मीदवार को  प्रेसिडेंट बनाने के मुद्दे पर उन दोनों में ठन गई. इसकी शुरुआत मारपीट से हुई, जो बाद में मर्डर में बदल गई. दोनों ने वर्चस्व के लिए अपने-अपने गैंग बना लिए. इसके साथ ही दोनों में गैंगवार शुरू हो गई. दोनों गिरोहों ने अपनी ताकत दिखाने के लिए एक-दूसरे गैंग के कई बदमाशों के मर्डर किए. इसके बाद टिल्लू गैंग ने सितंबर 2021 में रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी को मरवा दिया तो 2 साल गोगी गैंग के बदमाशों ने जेल में ही टिल्लू ताजपुरिया का मर्डर (Tillu Tajpuriya Murder) कर बदला ले लिया.