Dengue Danger in Delhi-NCR: बाढ़-बारिश के बाद अब मौसमी बीमारियों ने दिल्ली-एनसीआर में सिरदर्द बढ़ा दिया है. आई फ्लू का कहर दिल्ली-एनसीआर में अभी थमा भी नहीं था कि डेंगू की बीमारी पैर पसार रही है. सरकार भी अब सतर्क नजर आ रही है. इस बीच दिल्ली से सटे गाजियाबाद में अब डेंगू का प्रकोप असर दिखाने लगा है. गाजियाबाद में डेंगू से पहली मौत का मामला सामने आया, जिसमें  21 साल के युवक की डेंगू से मौत हो गई. 


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21 साल का आयुष परिवार के साथ हरिद्वार गया था. वहां उसको बुखार आया. रविवार को यशोदा अस्पताल के भर्ती हुए आयुष की मंगलवार को मौत हो गई. बुधवार को 5 लोगों के डेंगू पॉजिटिव मिलने से अब तक कुल मरीजों की संख्या 34 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से मौत की पुष्टि की है. इसके अलावा राजनगर में आयुष के घर के सटे 50 घरों में एन्टी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग कराई गई है. 


आयुष परिवार के साथ 27  जुलाई को हरिद्वार गए थे. वहां उनको बुखार आया, जिसकी उन्होंने दवाई ले ली. जब वह गाजियाबाद लौटे तो उनका प्लेटलेट काउंट 1.25 लाख था. इसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया और मंगलवार को उन्होंने दम तोड़ दिया.


क्या हैं डेंगू के लक्षण


  • डेंगू होने पर पीड़ित को 3-5 दिन तक बुखार रहता है. अगर बुखार कम हो तो प्लेटलेट्स की तादाद भी कम रहती है. इस कारण बॉडी पर लाल रंग के निशान नजर आते हैं. 

  • इसके अलावा बदन, कमर और सिर में दर्द होता है. डॉक्टरों की सलाह के बिना दवाएं ना ही लें. सेल्फ मेडिकेशन में सिर्फ पैरासिटामोल का ही उपयोग करें.

  • जब डेंगू होता है तो खून में प्लाज्मा घटने लगता है. इसका असर किडनी, दिमाग, हार्ट या फिर ऑर्गन पर नजर आता है. बॉडी में पानी की कमी होने लगती है. ऐसे में तरल पदार्थ का सेवन जरूरी है.

  • अगर किसी व्यक्ति के प्लेटलेट्स 50 हजार से अधिक हैं और उसको चक्कर भी नहीं आ रहे हैं ना ही बदन में दर्द हो रहा है तो अधिकतर मामलों में घर पर ही आराम मिल जाता है.

  • लेकिन अगर प्लेटलेट्स की संख्या 50 हजार से कम हो जाती है तो यह खतरनाक होता है. 

  • अगर मुंह या नाक से खून आए या ब्लड प्रेशर कम हो रहा हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.


कैसे करें बचाव


गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए डेंगू खतरनाक होता है. अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. लड़कियां स्कर्ट के नीचे स्लैक्स पहनें. उसकी इजाजत नहीं होने पर स्कूल में बात करें. स्कूल और घर में पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें. दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक, अस्पतालों में डेंगू के टेस्ट उपलब्ध हैं. अस्पतालों में बेड भी रिजर्व किए गए हैं.