केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. वह इस समय बिहार में हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाल रहे हैं लेकिन उसकी चर्चा दिल्ली तक हो रही है. जी हां, कुछ घंटे पहले उन्होंने यात्रा के दौरान लोगों से अपने घरों में 'भाले, तलवार और त्रिशूल' रखने का आह्वान किया, जिसका इस्तेमाल देवताओं की पूजा के साथ-साथ आत्मरक्षा के लिए भी किया जा सके. गौर करने वाली बात यह है कि सिंह ने यह टिप्पणी अपनी "हिंदू स्वाभिमान यात्रा" के दौरान बिहार के एकमात्र मुस्लिम बहुल जिले किशनगंज में की है.


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उन्होंने दावा किया कि हिंदू समुदाय "खतरे" में है और उन्हें "संगठित" करने की आवश्यकता है. बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले गिरिराज सिंह ने दावा किया, 'किशनगंज आने से पहले मैंने पास के अररिया, कटिहार और पूर्णिया जिलों का दौरा किया है. हर जगह लोगों ने अपनी बहनों और बेटियों के सम्मान के बारे में अपनी चिंताएं साझा कीं. मुझे बताया गया है कि हर साल कई हिंदू लड़कियां ‘लव जिहाद’ का शिकार होती हैं, जिसके बाद उनका (इस्लाम में) धर्म परिवर्तन करा दिया जाता है. ऐसे अपराधियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया जाता है जो उन महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं जो उनके जाल में नहीं फंसती हैं.'



हालांकि, उन्होंने अपनी टिप्पणी के समर्थन में कोई विशेष घटना का हवाला नहीं दिया. उन्होंने दावा किया, 'मुझे पता चला है कि जिन जगहों पर मुसलमानों की संख्या हिंदुओं से ज़्यादा है, वहां उनके मंदिरों में तोड़फोड़ की जाती है, महिलाओं द्वारा सिंदूर लगाने जैसी उनकी धार्मिक प्रथाओं में हस्तक्षेप किया जाता है.'



केंद्रीय मंत्री ने यह भी आरोप लगाया ईसाई मिशनरियां भी इस क्षेत्र में सक्रिय हैं, लेकिन वे केवल हिंदुओं को ही निशाना बना रहे हैं. सिंह ने हिंदुओं से एकजुट होने का आह्वान किया. मंत्री ने लोगों को यह भी याद दिलाया कि लगभग हर देवी-देवता के बारे में कहा जाता है कि वे त्रिशूल, तलवार या भाला धारण करते हैं. भाजपा नेता ने कहा, 'इसलिए मैं आप सभी से इन वस्तुओं को अपने घरों में रखने के लिए कहता हूं. इन्हें पवित्र करने के बाद इनकी पूजा करें और जरूरत पड़ने पर आत्मरक्षा में इनका इस्तेमाल करें.' (भाषा)