G20 के मेहमानों को जिन सोने-चांदी के बर्तनों में खिलाया गया खाना, उनका अब क्या होगा?
Silverware: भारत में जी20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ और इसके आयोजन ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. इसी कड़ी में आइए यह जान लेते हैं कि भारत मंडपम में हुए डिनर के दौरान जिन सोने-चांदी के बर्तनों का उपयोग किया गया था, अब उनका क्या होगा.
Gold And Silver Paltes: वैसे तो जी20 का सफल आयोजन होते ही भारत ने इतिहास रच दिया और दुनियाभर के नेताओं ने भारतीय नेतृत्व की सराहना की है. लेकिन इस पूरे आयोजन में कई चीजें चर्चा में बनी रही हैं. इसी में से एक यह भी रहा कि भारत मंडपम में राष्ट्रपति द्वारा दुनियाभर के नेताओं को दिया गया डिनर भी चर्चा में रहा. यह इसलिए भी खास था क्योंकि इस डिनर में जी20 प्रतिनिधियों के लिए भारत के नायाब व्यंजन परोसे गए. इन व्यंजनों को परोसने के लिए सोने-चांदी के बर्तन इस्तेमाल किए गए.
भारत मंडपम के लिए धरोहर?
दरअसल, अब सवाल यह है कि जबकि आयोजन खत्म हो गया तो इन बर्तनों का क्या होगा. मीडिया रिपोर्ट्स में अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि सोने और चांदी के ये बर्तन भारत मंडपम के लिए धरोहर की तरह हैं. फिलहाल इन्हें यहीं रखा गया है. हालांकि यह जरूर बताया कि आगे मंत्रालय की तरफ से जो भी निर्देश दिए जाएंगे उसके मुताबिक काम होगा. यह भी हो सकता है कि बर्तनों का इस्तेमाल जी-20 की तरह आने वाले किसी बड़े इवेंट में किया जा सकता है.
200 कारीगरों ने तैयार किया
मालूम हो कि सम्मेलन के दौरान सोशल मीडिया पर इन बर्तनों की तस्वीरें भी वायरल हुई थीं. इन्हें विशेष तरीके से बनवाया गया था. कुल 15000 चांदी के बर्तनों का सेट तैयार किया गया है. इसमें 160 किलो चांदी के अलावा ब्रास और स्टील का भी प्रयोग किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स में जिक्र है कि जयपुर में आईआरआईएस मेटल वेयर कंपनी के 200 कारीगरों ने यह सेट तैयार किया है.
भारतीय संस्कृति की झलक
सम्मेलन के दौरान खास बात यह भी रही कि इस डिनर सेट के साल्ट ट्रे पर अशोक चक्र का चित्र भी अंकित किया गया. बर्तन तैयार करने वाली कंपनी ने पहले ही बताया था कि इन थालियों, कटोरियों और चम्मचों पर भारतीय संस्कृति की झलक नजर आएगी. इस डिनर सेट तैयार करने के लिए कंपनी ने कर्नाटक, बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड के कारीगरों को लगाया गया था.