केंद्र सरकार गांवों तक मौसम से जुड़ी जानकारी पहुंचाने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है. पंचायती राज मंत्रालय ग्राम पंचायतों के लिए आज से को मौसम पूर्वानुमान सेवा शुरू करेगा जिसके तहत उन्हें पांच दिन का स्थानीय मौसम पूर्वानुमान मिलेगा. सरकार का यह कदम ग्रामीणों के लिए काफी लाभदायक होगा, खास तौर पर किसानों के लिए यह जानकारी बहुत काम आएगी, क्योंकि उन्हें अब हर घंटे मौसम की पूर्वानुमान जाकानरी मिल जाएगी. गांवों से जुड़े डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर यह जानकारी मंत्रालय द्वारा अपडेट की जाएगी.


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पंचायती राज मंत्रालय की तरफ बुधवार को जारी बयान में कहा गया है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के सहयोग से शुरू की जाने वाली ग्राम पंचायत स्तरीय मौसम पूर्वानुमान सेवा से ग्राम पंचायतें हर घंटे मौसम पूर्वानुमान की जांच कर सकेंगी और इससे देश भर के किसानों और ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा. पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह ‘ललन’ और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिह इस मौके पर मौजूद रहेंगे.


'जमीनी स्तर पर मजबूत होगा शासन'


यह पहली बार है कि स्थानीय मौसम पूर्वानुमान ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध होगा. इसके लिए आईएमडी के विस्तारित सेंसर कवरेज का सहयोग मिलेगा. बयान में कहा गया है, 'सरकार के 100 दिनों के एजेंडे के हिस्से के रूप में, यह पहल जमीनी स्तर पर शासन को मजबूत बनाने, दीर्घकालिक कृषि पद्धतियों (Sustainable Agriculture Method) को बढ़ावा देने, ग्रामीण आबादी को अधिक जलवायु अनुकूल बनाने और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए कारगर साबि‍त होगी.'


SMS द्वारा भेजी जाएगी जानकारी:


पूर्वानुमानों को मंत्रालय के डिजिटल मंचों- ई-ग्रामस्वराज, मेरी पंचायत ऐप और ग्राम मंच के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा. मंत्रालय ने कहा, 'ये उपकरण आपदा की तैयारी और बुनियादी ढांचे की योजना को भी मजबूत करेंगे. इसके अलावा, चक्रवात और भारी वर्षा जैसी चरम मौसम स्थितियों के बारे में पंचायत प्रतिनिधियों को एसएमएस अलर्ट भेजे जाएंगे, जिससे लोगों की जान, फसल और संपत्ति की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित होगी.


प्रतिनिधियों को दी जाएगी ट्रेनिंग:


एक जानकारी के मुताबिक इसके लिए प्रशिक्षण कार्यशाला भी आयोजित की जाएंगी. जिसमें पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. इन कार्यशालाओं के ट्रेनिंग सेशन में पंचायत प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को जमीनी स्तर पर मौसम पूर्वानुमान उपकरणों का सही तरीके से इस्तेमाल करना सिखाया जाएगा.