Delhi NCR Air Quality: वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में हवा की खराब क्वॉलिटी के गंभीर स्तर तक पहुंच जाने के बाद एक बार फिर GRAP-4 लागू कर दिया है. आयोग ने सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में AQI 400 अंक दर्ज किया है, जो बेहद गंभीर है. दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई सोमवार को शाम 4 बजे 379 (बहुत खराब) दर्ज किया गया, जो रविवार को 'खराब' कैटेगरी में 294 था. बिगड़ती हवा की स्थिति के GRAP-4 लागू कर दिया है. यानी फिर से स्कूल समेत कई चीजों पर पाबंदी लग गई है. 


कहां कितना है आज का AQI?


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मंगलवार की सुबह भी AQI लेवल हुआ 400 पार रहा. दिल्ली मथुरा रोड का AQI 429, प्रतापगंज AQI 444, ओखला फेज-2 AQI 433, नेहरू नगर 461, आनंद विहार 465, लोधी रोड 361, आइटीओ 434, आरके पुरम 427, नॉर्थ कैंपस का AQI 431 मांपा गया है.


हाइब्रिड मोड में कक्षाएं


एक बार फिर से GRAP-4 लागू होने के बाद दिल्ली के स्कूल प्रशासनों को कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए हाइब्रिड मोड में कक्षाएं चलाने का निर्देश दिया गया है. दिल्ली शिक्षा निदेशालय (DoE) ने सोमवार को कहा कि हाइब्रिड मोड को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाना चाहिए. प्रशासन ने DoE, NDMC, MCD और दिल्ली छावनी बोर्ड के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, गैर-सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों को कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए 'हाइब्रिड मोड' में कक्षाएं चलाने का आदेश जारी किया है. 


क्या था इससे पहला आदेश?


खराब होती एयर क्वॉलिटी के जवाब में दिल्ली सरकार ने पहले दिल्ली-एनसीआर में कक्षा 6 से 9 और 11 के छात्रों के लिए स्कूलों को हाइब्रिड मोड में शिफ्ट करने का ऐलान किया था. राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूल 25 नवंबर को हाइब्रिड मोड में चलाए गए, जबकि 5 दिसंबर से फिजिकिल कक्षाएं फिर से शुरू हुईं.


नोएडा के स्कूलों के लिए नया निर्देश


वहीं एक एक अलग आदेश में गौतम बुद्ध नगर प्रशासन ने जिले के सभी स्कूलों को इलाके में ठंड के मौसम की वजह से मंगलवार से सुबह 9 बजे से कक्षाएं शुरू करने के लिए कहा है. जिला मजिस्ट्रेट गौतम बुद्ध नगर की तरफ से जारी किए निर्देशों के मुताबिक ज्यादा ठंड को देखते हुए, अगले आदेश तक सभी स्कूलों में कक्षाएं सुबह 9 बजे से शुरू होंगी. इस संबंध में सभी स्कूलों के प्रिंसिपल्स को सख्ती से निर्देश का पालन करने की बात कही गई है. यह आदेश जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) डॉ धर्मवीर सिंह ने जारी किया है.


सुप्रीम कोर्ट भी हुआ सख्त


इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सरकार से बढ़ते प्रदूषित शहरों की लिस्ट भी मांगी थी. कोर्ट ने कहा था कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के समान एक तंत्र, जो दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वॉलिटी से जुड़ी समस्याओं की पहचान करता है और उनका समाधान करता है, सभी राज्यों के लिए बनाया जाना चाहिए. जस्टिस अभय एस ओका और मनमोहन की बेंच ने कहा,'वायु प्रदूषण की समस्या वाले अन्य प्रमुख शहरों की लिस्ट दें और क्या उन शहरों के लिए कोई तंत्र बनाया जा सकता है? हम इस मुद्दे को पूरे भारत में फैलाएंगे. हमें यह गलत संकेत नहीं देना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट में बैठकर हम सिर्फ दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपट रहे हैं.'


सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला तब आया जब कोर्ट के एक आयुक्त ने उसे बताया कि दिल्ली में जीआरएपी के तहत प्रतिबंध विफल हो रहे हैं क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के बाहर के शहरों में प्रदूषण विरोधी उपायों का पालन नहीं किया जा रहा है.