फिजा में फिर जहर घोलने की कोशिश, नफरत फैलाने वाला मुफ्ती अरेस्ट, गुजरात-मुंबई में टेंशन
Salman Azhari: गुजरात की फिजा में एक बार फिर धर्म के नाम पर जहर घोलने की कोशिश की गई है. इस्लाम धर्मगुरु मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में मुफ्ती को आपत्तिजन भाषण देते सुना जा सकता है.
Salman Azhari: गुजरात की फिजा में एक बार फिर धर्म के नाम पर जहर घोलने की कोशिश की गई है. इस्लाम धर्मगुरु मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में मुफ्ती को आपत्तिजन भाषण देते सुना जा सकता है. वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि मुफ्ती ने भीड़ को उकसाने की कोशिश की. विवादित भाषण देने वाले मुफ्ती को गुजरात ATS ने मुंबई के घाटकोपर से हिरासत में लिया है.
घाटकोपर थाने में मुफ्ती
मुफ्ती को हिरासत में लेने की खबर फैलते ही घाटकोपर पुलिस स्टेशन पर काफी संख्या में भीड़ जमा हो गई. थाने के बाहर समर्थकों की भीड़ ने मुफ्ती को रिहा करने की मांग की. जिसके बाद थाने पर भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. मुफ़्ती सलमान अजहरी पर धारा 153A, 505, 188, 114 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
जूनागढ़ में दी हेट स्पीच
दरअसल, मुंबई के रहने वाले इस्लामिक उपदेशक मुफ्ती सलमान अजहरी 31 जनवरी की रात को गुजरात के जूनागढ़ में 'बी' डिवीजन पुलिस थाने के पास एक खुले मैदान में लोगों को संबोधित किया था. आरोप है कि मुफ्ती ने इस कार्यक्रम में कुछ देर की खामोशी है फिर शोर आएगा, आज (आपत्तिजनक शब्द) का वक्त है, कल हमारा दौर आएगा... बयान देकर भीड़ को उकसाने की कोशिश की थी. मुफ्ती का यह बयान काफी ज्यादा वायरल हुआ था.
आयोजकों पर भी केस दर्ज
मामला दर्ज करने के बाद गुजरात एटीएस आरोपी मुफ्ती को तलाश रही थी. लोकेशन मिलने के बाद गुजरात पुलिस ने मुफ्ती सलमान अजहरी को मुंबई के घाटकोपर से हिरासत में लिया. वीडियो के वायरल होने के बाद जूनागढ़ में मुफ्ती के भाषण कार्यक्रम के आयोजकों मोहम्मद यूसुफ मालेक और अजीम हबीब ओडेदारा के साथ अज़हरी पर पुलिस ने धारा 153 बी (विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (2) (सार्वजनिक शरारत के लिए बयान देना) के तहत आरोप लगाए हैं.
अजहरी ने दिया भड़काऊ भाषण
पुलिस के मुताबिक कार्यक्रम के आयोजक मालेक और हबीब को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने कहा कि लोगों ने सभा के लिए पुलिस से यह कहते हुए अनुमति ली थी कि अज़हरी धर्म के बारे में बात करेगा और नशामुक्ति के बारे में जागरूकता फैलाएगा लेकिन उसने भड़काऊ भाषण दिया.