Gujarat Patidar Community Demands: गुजरात में पाटीदार समुदाय के सदस्यों ने यह मांग उठाई है कि अगर समुदाय की कोई लड़की माता-पिता की सहमति के बिना पसंद के व्यक्ति से शादी का निर्णय लेती है तो शादी के पंजीकरण के लिए कम से कम एक अभिभावक के हस्ताक्षर को अनिवार्य किया जाए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

संपत्ति के लिए बनाया जाता है निशाना


समुदाय का कहना है कि इस कदम से ‘लव जिहाद’ (love jihad) के साथ ही उन मामलों पर लगाम लग पाएगी, जिनमें समुदाय की लड़कियों को उनके परिवारों के स्वामित्व वाली संपत्ति पाने के लिए निशाना बनाया जाता है.


राज्य सरकार को दिया जाएगा ज्ञापन


एक प्रमुख पाटीदार संगठन विश्व उमिया धाम (Vishwa Umiya Dham) के अध्यक्ष आरपी पटेल ने कहा कि पाटीदार समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल मौजूदा हिंदू विवाह अधिनियम (Hindu Marriage Act) में एक प्रावधान जोड़ने के लिए राज्य सरकार को ज्ञापन देगा.  इस संबंध में सरकार को ज्ञापन देने का निर्णय अहमदाबाद (Ahmedabad) के पास विश्व उमिया धाम परिसर में 18 पाटीदार संगठनों की बैठक के दौरान लिया गया.


लव जिहाद के मामले भी आ चुके हैं सामने


आरपी पटेल ने कहा कि पाटीदार समुदाय लव मैरिज को लेकर परेशान है, क्योंकि हमारी लड़कियां माता-पिता को बताए बिना अपना जीवन साथी चुनती हैं और दो गवाहों की व्यवस्था करके शादी कर लेती हैं. हालांकि, कई बार देखा गया है कि हमारी लड़कियां दबाव में होती हैं. कई 'लव जिहाद' के उदाहरण भी सामने आ चुके हैं.



अन्य समस्याओं पर भी चर्चा


उन्होंने कहा कि बैठक में गुजरात राज्य अनारक्षित वर्ग आयोग (Gujarat State Commission for Unreserved Classes) से ऋण प्राप्त करने में समुदाय के युवाओं के सामने आने वाली समस्याओं पर भी चर्चा की गई. 
LIVE TV