Gujarat Rain Rescue Opeartions: गुजरात में कई दिनों की लगातार बारिश के बाद वडोदरा सहित कई जिले में काफी जलजमाव देखा गया. भारी बारिश से जुड़े हादसे के चलते कई इलाके में 18,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. वहीं, 300 से ज्यादा लोगों की जान बचाई गई. राज्य में रविवार को शुरू होने के बाद से मूसलाधार बारिश से जुड़ी दुर्घटनाओं में उनतीस लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुजरात में 30 अगस्त तक बहुत भारी बारिश का अलर्ट भेजा है.


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बारिश के चलते हुए जलजमाव में डूबी कई बेशकीमती कारें


इस बीच, एक शख्स ने कहा कि बेहद ज्यादा बारिश के चलते जलभराव के कारण उसकी तीन पसंदीदा और बेशकीमती कारें बर्बाद हो गईं. वडोदरा के रहने वाले इस शख्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर कई इंच पानी में फंसी अपनी तीन कारों की तस्वीरें पोस्ट कीं. पोस्ट के मुताबिक, एक मारुति सुजुकी सियाज़, एक फोर्ड इकोस्पोर्ट और 50 लाख से अधिक कीमती वाली एक ऑडी A6 रात भर हुई तेज बारिश से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई.


घर के बाहर आठ फीट तक पानी, जीने के लिए कुछ नहीं बचा


बारिश से बुरी तरह पीड़ित शख्स ने पानी में लगभग डूब चुकी कारों की तस्वीरों के साथ पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "अब जीने के लिए कुछ नहीं बचा है... मेरी पसंदीदा सभी 3 कारें अब चली गई हैं." इस तकलीफ भरे वायरल पोस्ट के कमेंट सेक्शन में उन्होंने बताया कि उनके घर के बाहर आठ फीट तक पानी था और कोई भी गाड़ियों को बाहर खींचने के लिए वहां तक नहीं आ सका. 


तीसरी बार ऐसी मुसीबत का सामना, पूरा शहर बारिश से प्रभावित


उन्होंने लिखा, "यह तीसरी बार है जब मुझे इसका सामना करना पड़ रहा है. मेरी पिछली सोसाइटी में दो बार (पूरी तरह से अलग कारों के साथ) और इस नई जगह पर 4 साल में पहली बार ऐसी समस्या हुई है. बाहर 7-8 फीट पानी है, कोई भी अंदर नहीं आ सकता है. पानी काफी बढ़ गया है." इसके अलावा, उन्होंने बताया कि पानी "अब तक मेरे घर में 7 इंच और मेरे घर के बाहर लगभग 4 फीट तक घुस चुका है. पूरा क्षेत्र या पूरा शहर बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है.''


हमें वह सर्विस मिले जिसके हम हकदार हैं, जताई बेबसी


शेयर किए जाने के बाद से इस पोस्ट को रेडिट पर एक हजार से अधिक कमेंट मिला है. एक यूजर ने लिखा,  "काश हम बड़े पैमाने पर हुए इस जलभराव के लिए नगर निगमों को जिम्मेदार ठहरा पाते. यूके में ऐसा किया गया है. हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हमें वह सर्विस मिले जिसके हम हकदार हैं. बिना किसी गलती के कारों को बर्बाद होते देखना दिल दहला देने वाला है." 


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अहमदाबाद में भी ऐसी ही हालत, शहर में नाव की जरूरत 


दूसरे यूजर ने कमेंट में आपबीती लिखी, " साल 2018 में मैं अपनी कार के साथ बाढ़ में फंस गया था. जब कार रुकी तो पानी मेरी खिड़कियों तक पहुंच गया. मैं कुछ नहीं कर सका. शुक्र है कि लोगों ने मुझे देखा और मेरी कार को धक्का देकर पानी से बाहर निकाला. दो महीने तक इंजन की मरम्मत और काफी पैसे खर्च करने के बाद मुझे अपनी कार वापस चालू करने में मदद मिली. इसलिए मैं यही कहूंगा कि जब तक आप जीवित और स्वस्थ हैं, इस दुनिया में कुछ भी नहीं खोया है."


तीसरे यूजर ने लिखा, "यहां अहमदाबाद में भी ऐसी ही हालत है. शहर में घूमने के लिए आपको नाव की जरूरत पड़ेगी." चौथे यूजर ने कमेंट किया, "मैं अपने सबसे बड़े दुश्मन के लिए भी ऐसी कामना नहीं करूंगा. आपके नुकसान के लिए दुख हो रहा है."


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