कम नहीं हुई राम रहीम की फैन फॉलोइंग! बोरे में भर कर जेल के पते पर पहुंची राखियां
Ram Rahim: रक्षाबंधन के मौके पर राम रहीम के नाम के हजारों लिफाफे रोहतक की सुनारिया जेल पहुंच रहे हैं. राम रहीम पिछले 5 साल से सुनारिया जेल में ही सजा काट रहा है.
Rakhi for Ram Rahim: मर्डर और रेप केस में दोषी गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim Singh) के भक्त अब भी बड़ी तादाद में हैं. इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि रक्षाबंधन के मौके पर राम रहीम के नाम के हजारों लिफाफे रोहतक की सुनारिया जेल पहुंच रहे हैं. राम रहीम पिछले 5 साल से सुनारिया जेल में ही सजा काट रहा है.
पहले के मुकाबले कम आईं राखियां
रेप और एक पत्रकार की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे राम रहीम को उनके समर्थकों ने पिछले 7 दिन में केवल 1,334 राखियां डाक से भेजी हैं. गौरतलब है पिछले साल 27 हजार राखियां भेजी गई थीं. लेकिन इस बार यह आंकड़ा घटता जा रहा है और आगे भी यही आसार हैं.
पैरोल पर बाहर है राम रहीम
राम रहीम के लिए राखियों के साथ ही बड़ी संख्या में ग्रीटिंग कार्ड भी आए हैं. गौरतलब है कि कभी पैरोल, कभी फरलो तो कभी इलाज के नाम पर राम रहीम जेल से बाहर आया है जिसको लेकर उसके अनुयायियों में काफी जोश बना रहता है.
राखियों की संख्या में आई कमी
वहीं राम रहीम की कम राखियां आने के चलते डाक विभाग को बहुत नुकसान हुआ है उनके रेवन्यू पर बहुत असर पड़ा है. हालांकि हर साल रक्षाबंधन के मौके पर राम रहीम के अनुयायी उसे हजारों की संख्या में ग्रीटिंग कार्ड्स और राखियां भेजते हैं. पिछले 4 साल से लगातार यह सिलसिला अनवरत जारी है. जब भी रक्षाबंधन का त्यौहार आता है तो तकरीबन 10 से 15 दिन तक लगातार रोहतक की सुनारिया जेल में डाक आती रहती हैं, जो कि गुरमीत राम रहीम के नाम की होती हैं.
ऑटो से लाते हैं डाक
हालात ये बन जाते हैं कि डाक कर्मचारियों को रोहतक के मुख्य डाकघर से सुनारिया के डाकघर तक डाक लाने के लिए किराए पर ऑटो करना पड़ता है. राम रहीम के नाम की जो डाक होती हैं, उनको बोरों में भरकर लाना पड़ता है.
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