Haldwani Curfew: उत्तराखंड के हल्द्वानी (Haldwani) में कर्फ्यू लगा हुआ है. यहां गुरुवार को अतिक्रमण हटाने के बाद जमकर हिंसा हुई. इसमें 100 से ज्यादा पुलिस वाले घायल हो गए. किसी का सिर फूटा तो किसी के पैर में चोट लग गई. हल्द्वानी में पुलिसकर्मियों और नगर निगम के कर्मचारियों को दंगाइयों ने घेर लिया और फिर पत्थर बरसाए थे. नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा है कि हिंसा प्लानिंग करके की गई है. छतों के ऊपर इकट्ठा किए गए थे. दंगाइयों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस बीच, हल्दानी हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों और नगर निगम के कर्मचारियों की आपबीती सामने आई है.


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घायल पुलिसकर्मियों की आपबीती


बता दें कि हल्द्वानी हिंसा में घायल पुलिस कॉन्स्टेबल मनीष बिष्ट की नाक पर पत्थर आकर लगा था. उनकी नाक से खून निकला था. उनकी आंख के नीचे काला निशान पड़ गया है. इसके अलावा मनीष की जैकेट पर अभी भी खून लगा हुआ है. कॉन्स्टेबल मनीष बिष्ट ने बताया कि वो और उनके साथी चारों ओर से घिर गए थे.


दंगाई ने छीनी सिपाही की मैगजीन


वहीं, कॉन्स्टेबल मनोज राणा ने बताया कि उनकी मैगजीन मिसिंग है. किसी ने खींचतान में मैगजीन लूट ली. मनोज राणा ने आगे बताया कि उनकी और उनके साथियों की जान एक मुस्लिम परिवार ने बचाई. दंगाइयों ने घेर रखा था, लेकिन फिर किसी तरह वे बच गए.


किसी का सिर फूटा तो किसी का टूट गया पैर


इसके अलावा, हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अवैध निर्माण ध्वस्त करने पहुंचे नगर निगम के कई कर्मचारी भी घायल हुए हैं. पथराव में कई लोगों के सिर फूट गए. किसी का पैर टूट गया. ज़ी न्यूज़ से बातचीत में नगर निगम के कर्मचारियों ने बताया कैसे ये चारों तरफ से घिर गए थे और हर ओर से पत्थर बरस रहे थे. एक कर्मचारी ने कहा कि उस वक्त सोच रहे थे कि अपने बच्चों का चेहरा भी अब देख पाएंगे या नहीं.