Haryana News: हरियाणा के झज्जर जिले में दिनदहाड़े मर्डर ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी सफेद रंग की कार में आगे बैठे थे. रेलवे क्रॉसिंग पर उनकी आकर जैसे ही आकर रुकी, दूसरी कार से आए बदमाशों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दी. गोलियों की तड़तड़ाहट से सनसनी फैल गई. लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. कुल चार हमलावर बताए जा रहे हैं. शूटआउट में राठी को जान बचाने का भी मौका नहीं मिला. वह जैसे थे वहीं बैठे रह गए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एक डॉक्टर ने बताया कि जब उन्हें अस्पताल लाया गया तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. डॉक्टरों ने फिर भी कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो खौफ पैदा करने वाला है. प्रदेश अध्यक्ष बहादुरगढ़ जा रहे थे. 


'क्या पता था पापा का आखिरी जन्मदिन है'


नफे सिंह के बेटे जीतेन्द्र राठी ने बताया कि हमने पापा और पूरे परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की थी, परसों ही हमने उनका जन्मदिन मनाया था. हमें क्या पता था वो पिता जी का आखिरी जन्मदिन होगा. कांग्रेस समेत विपक्षी दल इसे जंगलराज कह रहे हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि हरियाणा में अपराधी बेखौफ हैं और जंगलराज कायम है.



हरियाणा INLD नेता अभय चौटाला ने कहा कि नफे सिंह ने मुझे 6 महीने पहले ही बताया था कि पुलिस ने ही उन्हें सूचित किया है कि उनकी जान खतरे में है और उन पर कभी भी हमला हो सकता है. फिर भी राज्य सरकार ने सुरक्षा नहीं दी. उधर, पूर्व सीएम भूपिंदर हुड्डा ने कहा कि इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि कानून व्यवस्था का दिवाला पिट चुका है. प्रदेश में आज कोई भी अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहा है.


नफे सिंह राठी से किसकी दुश्मनी?


राठी दो बार के विधायक थे. 1996 से 2005 तक बहादुरगढ़ से विधायक रहे राठी को गर्दन, कमर और गर्दन में गोली लगी. हमलावर आई10 कार से आए थे. हमले का जो वीडियो सोशल मीडिया पर आया है, उसमें गाड़ी में गोलियों के निशान साफ दिखाई देता है. 


एक पुलिस अधिकारी ने आशंका जताई है कि इस अपराध के पीछे का मकसद संपत्ति विवाद हो सकता है. हमले में जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके करीबी काला जठेड़ी गैंग का हाथ होने का संदेह है. 


राठी ने रोहतक लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था पर सफल नहीं रहे. इनेलो नेता अभय चौटाला ने भाजपा-जजपा सरकार पर बरसते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने 'राजनीतिक कारणों' से उन्हें सुरक्षा नहीं दी. उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज का इस्तीफा मांगा है.



झज्जर के एसपी अर्पित जैन ने बताया है कि दो डीएसपी जांच में शामिल हैं, जल्द ही हमलावरों को पकड़ लिया जाएगा.