Haryana: अब 6वीं से 8वीं के लिए भी खुल रहे हैं स्कूल, सरकार ने दी इजाजत
School Reopen News: हरियाणा (Haryana) में छठी से आठवीं के बच्चों के स्कूल आने का रास्ता साफ हुआ है. एक फरवरी से ये इजाजत दी गई है. पढ़ाई के समय में बदलाव हुआ है. स्कूल टाइमिंग सुबह दस बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक होगी.
चंडीगढ़: हरियाणा (Haryana) में छठी से आठवीं क्लास तक के स्कूल दोबारा एक फरवरी से खुलेंगे. स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी एक आदेश में इसकी जानकारी दी गयी है. इसमें यह भी कहा गया है कि छात्रों को किसी भी स्वास्थ्य केंद्र या डॉक्टर से एक प्रमाण पत्र लाना होगा कि उनमें कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण का कोई लक्षण नहीं है. वहीं प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई शुरू होने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है. हरियाणा में स्कूल शिक्षा निदेशक ने शुक्रवार को सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, मौलिक शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों और जिला परियोजना समन्वयक को इस संबंध में लिखित आदेश जारी कर दिए गए हैं.
पढ़ाई के समय में बदलाव
गौरतलब है कि स्कूलों में सबसे पहले कोरोना प्रोटोकॉल के साथ स्कूल शुरू करने की इजाजत दसवीं और बारहवीं क्लास के बच्चों से हुई थी. लेकिन राज्य में ये पहला मौका है जब छठवीं से आठवीं के बच्चों के स्कूल आने का रास्ता साफ हुआ है. हालांकि बच्चों के स्कूल की टाइमिंग में बदलाव हुआ है. सरकारी आदेश में कहा गया है कि स्कूलों में छठी से आठवीं की पढ़ाई का समय सुबह दस बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक होगा.
VIDEO
इन राज्यों में एक फरवरी से खुल रहे हैं स्कूल? (States School Reopening Shedule)
आइये उन राज्यों की जानकारी आपको देते हैं जहां एक फरवरी से कुछ राज्यों में स्कूल की पढ़ाई को लेकर स्थिति साफ हुई है. गुजरात में 1 फरवरी से कोविड दिशानिर्देशों का पालन करते हुए 9वीं से 11वीं तक के स्कूलों को खोला जाएगा. वहीं ANI के मुताबिर तेलंगाना में 9वीं और उससे ऊपर की कक्षाएं 1 फरवरी से शुरू हो जाएंगी. पंजाब में केवल कक्षा 5 से 12वीं तक के छात्रों को कक्षाओं में भाग लेने की इजाजत है. आपको बताते चलें कि इसके साथ ही पंजाब देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां पांचवी से 12वीं कक्षा तक के स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है.
बिहार के स्कूलों में आठवीं क्लास तक की पढ़ाई फिलहाल बंद है. इस दौरान तीस जनवरी को होने वाली क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में प्राइमरी से लेकर आठवीं तक के स्कूलों को खोलने पर विचार किया जायेगा.
अभिभावकों की सहमति जरूरी
स्कूल में पढ़ाई के लिए आने के इच्छुक बच्चों को प्राथमिक चिकित्सा केंद्र या सामुदायिक चिकित्सा केंद्र में जांच करानी होगी. यहां उन्हें फिटनेस प्रमाणपत्र दिया जाएगा कि उनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं. वहीं छठी क्लास के इन बच्चों को के तहत स्कूल आने से पहले इन सभी छात्रों को अपने माता-पिता से एक लिखित सहमति पत्र भी लाना होगा. स्कूलों को कोविड-19 (Covid-19) गाइडलाइन्स की पालना सुनिश्चित करनी होगी.
LIVE TV