Hathras Stampede: पेंशन से इतना बड़ा साम्राज्य कैसे खड़ा हो गया.. साकार हरि के वकील के दावे में कितनी सच्चाई?
Saakar Hari Baba News: उत्तर प्रदेश के हाथरस में साकार हरि बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ का मामला अभी शांत नहीं हुआ है. पुलिस ने मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया.
Saakar Hari Baba News: उत्तर प्रदेश के हाथरस में साकार हरि बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ का मामला अभी शांत नहीं हुआ है. पुलिस ने मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने मधुकर को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस ने कहा है कि मधुकर के वित्तीय लेनदेन की जांच होगी. इस बीच साकार हरि के वकील एपी सिंह ने कहा कि बाबा का गुजारा उनकी पेंशन पर चलता है और वे अपनी पत्नी के साथ रहते हैं.
एपी सिंह ने कहा कि इंजीनियर वेद प्रकाश का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है. वो सनातनी हैं, उनके अपने सेवादारों की मौत हुई है. वेद प्रकाश का किसी राजनीतिक दल से कोई लेन देन नहीं होता है. सेवादारों ने कभी भी नोट और वोट नही मांगा है. पैसों की फंडिग पर एपी सिंह ने कहा कि जांच होनी चाहिये.. कौन मना कर रहा है. मैं जांच ऐजेसियों की बात से पूरी तरह सहमत हूं. पूरी जांच होनी चाहिये.
उन्होंने कहा कि बाबा अपनी पत्नि के साथ रहते हैं और पेंशन से अपना गुजारा करते हैं. बाबा जहां पर प्रवास करते हैं, वो अतिथि के रूप में जाते हैं. नारायण साकार हरि कभी किसी को अपना पैर नहीं छूने देते हैं. कोई चरणों की धूल नहीं होती. घटना वाले दिन वो 30-35 मिनट पहले वहां से जा चुके थे. एंटी सोशल एलीमेंट लोगों ने हंगामा किया. ये सब उन्हीं लोगों ने किया है.
मधुकर की गिरफ्तारी पर एपी सिंह ने कहा कि उनका हिंदू होना गुनाह हो गया. उनकी इलाज नहीं हुआ और उनपर 1 लाख का इनाम रख दिया गया. इलाज कराने के बाद मधुकर ने खुद सरेंडर किया है. एपी सिंह ने कहा कि मधुकर फरार नहीं थे बल्कि वो इलाज करा रहे थे.
बता दें कि हाथरस भगदड़ मामले के मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर को शनिवार को मजिस्ट्रेट अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. एक अन्य संदिग्ध संजू यादव को भी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. मधुकर को हाथरस पुलिस के ‘स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप’ (एसओजी) ने शुक्रवार देर रात दिल्ली के नजफगढ़ इलाके से गिरफ्तार किया. सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 123 लोग मारे गए, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं.