Chennai: देखता रहा अपनी फेवरेट फिल्म और ब्रेन से निकल गया ट्यूमर.. दिमाग हिला देगा चेन्नई का ये `चमत्कार`
Chennai News: ब्रेन ट्यूमर ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनकर ही मनहूसियत छा जाती है. कई बार इसका इलाज हो जाता है, तो कई बार यह मरीज की जान भी ले लेता है. ब्रेन ट्यूमर के इलाज की सफलता दर अब भी कम है और इसके इलाज में खर्च भी ज्यादा आता है.
Chennai News: ब्रेन ट्यूमर ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनकर ही मनहूसियत छा जाती है. कई बार इसका इलाज हो जाता है, तो कई बार यह मरीज की जान भी ले लेता है. ब्रेन ट्यूमर के इलाज की सफलता दर अब भी कम है और इसके इलाज में खर्च भी ज्यादा आता है. अब हम आपको चेन्नई के एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे ब्रेन ट्यूमर था और उसने इसे आसानी से हरा दिया.
डॉक्टरों ने की हैरान करने वाली सर्जरी
ब्रेन ट्यूमर के इलाज का हैरान कर देना वाला यह किस्सा चेन्नई में चर्चा का विषय बना हुआ है. ब्रेन ट्यूमर की 55 वर्षीय मरीज अनंतालक्ष्मी ने सरकारी अस्पताल में अपनी सफल सर्जरी कराई है. डॉक्टरों की एक बड़ी टीम जिस तरह से अनंतालक्ष्मी सर्जरी की.. वह हैरान करने वाली है और प्रशंसनीय है.
मरीज ने सर्जरी के दौरान पूरी फिल्म देखी
डॉक्टरों ने अनंतालक्ष्मी को उसके फेवरेट एक्टर की पसंदीदा फिल्म दिखाना शुरू की और साथ ही सर्जरी भी शुरू कर दी. यह फिल्म अभिनेता जूनियर एनटीआर की 'अदुर्स' है. अचंभित करने वाली बात यह है कि मरीज ने सर्जरी के दौरान पूरी फिल्म देखी. सर्जरी के दौरान मरीज को फिल्म दिखाते हुए 'अवेक क्रैनियोटॉमी (अवैक ब्रेन सर्जरी)' मेथड का इस्तेमाल किया गया.
'अवेक ब्रेन सर्जरी'
चिकित्सकीय विज्ञान में 'अवेक क्रैनियोटॉमी' या 'अवेक ब्रेन सर्जरी' एक ऐसी विधि है, जिसके इस्तेमाल से अगर डॉक्टर किसी मरीज की सर्जरी करें, तो मरीज उस दौरान बाहरी संवेदनाओं और गतिविधियों को समझने में सक्षम होता है. वह किसी से भी बात भी कर सकता है. दूसरे की भावनाओं को समझ सकता है. इसी मेथड का इस्तेमाल करते हुए मरीज को सर्जरी के दौरान उसकी पसंदीदा फिल्म दिखाई गई. मरीज पिछले कुछ दिनों से शरीर के दाहिने अंगों में संवेदनहीनता महसूस करने के साथ ही अपने सिर में भी दर्द महसूस कर रहा था. उसने कई निजी अस्पतालों में दिखाया लेकिन बीमारी के कारण का पता नहीं चल सका.
मरीज को उसकी पसंदीदा फिल्म 'अदुर्स' दिखाई गई
अंत में मेडिकल जांच के बाद मरीज के ब्रेन की बाएं तरफ 3.3 x 2.7 सेंटीमीटर का ट्यूमर होने का पता चला. मरीज ने कई निजी अस्पतालों में सर्जरी के लिए संपर्क किया. लेकिन अधिक कीमत और जटिल प्रक्रिया की वजह से उसने अपने कदम पीछे खींच लिए. अंत में जब समस्या गंभीर हुई, तो उसने सरकारी अस्पताल का रुख किया. जहां अब उसकी सफल सर्जरी संपन्न हो चुकी है. यह सफल सर्जरी न सिर्फ मरीज, बल्कि पूरे अस्पताल के लिए अभूतपूर्व बताई जा रही है. सर्जरी की इस प्रक्रिया के दौरान मरीज को चिंता मुक्त रखने के लिए मेडिकल टीम ने मरीज को उसकी पसंदीदा फिल्म 'अदुर्स' दिखाई.