HP Elections: हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम और वरिष्ट बीजेपी नेता शांता कुमार का मानना है कि इस बार विधानसभा चुनाव में लड़ाई कांटे की है. कई जगहों पर हार जीत का फासला बहुत ही कम वोटों का रहने वाला है. क्योंकि इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ साथ निर्दलीय और बागी उम्मीदवार कई जगहों पर खेल बिगाड़ेंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें शांता कुमार राज्य के कांगड़ा जिले से आते हैं. कहा जाता है कि हिमाचल की राजनीति में सत्ता का रास्ता कागड़ा से ही होकर जाता है क्योंकि राज्य की 68 विधानसभा सीटों में से 15 सीटें सिर्फ़ इसी जिले में हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कांगड़ा की 15 में से 11 सीटों पर जीत हासिल हुई थी और कांग्रेस को महज 3 सीटें मिली थी. एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी.


कांगडा की एक सीट के बारे में है यह मान्यता
कांगड़ा में एक सीट बारे में भी ये मान्यता है. जिस पार्टी का उम्मीदवार यहां से जीतता है. अमूमन उसी पार्टी की सरकार हिमाचल में बनती है. उस सीट का नाम सुलह विधानसभा सीट है. 1977 में शांता कुमार इस सीट से जीतकर पहली बार मुख्यमंत्री बने थे. शांता कुमार के मुताबिक इस बार भी बीजेपी यहां से जीतने जा रही है.


बता दें हिमाचल चुनाव प्रचार के आखिरी दिन गुरुवार को सभी दलों और प्रत्याशियों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी। गुरुवार को अमित शाह, जेपी नड्डा, यूपी सीएम योगी सहित कई नेताओं की रैलियों हुई. वहीं, कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कई नेताओं ने आखिरी दिन प्रचार किया. कांग्रेस ने सभी 68 सीटों पर 'विजय आशीर्वाद रैली' और रोड शो भी किया. 


12 नवंबर को है चुनाव
हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. मतगणना आठ दिसंबर को होगी. राज्य विधानसभा में, भाजपा के अभी 43 जबकि कांग्रेस के 22 सदस्य हैं. सदन में दो निर्दलीय सदस्य और माकपा का एक सदस्य है.  राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है. आम आदमी पार्टी (आप) भी यहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए प्रयासरत है.


(ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर)