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PM Narendra Modi Himachal Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक हफ्ते के अंदर दूसरी बार हिमाचल प्रदेश का दौरा किया और वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत के साथ ही कई योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया. इस दौरान चंबा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी (Narendra Modi) ने विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि आज हिमाचल के पास डबल इंजन सरकार की ताकत है. इस डबल इंजन की ताकत ने हिमाचल के विकास को डबल तेजी से आगे बढ़ाया है.


हमने पहाड़ का पानी और जवानी कहावत को बदला- PM मोदी


पहले की सरकारों पर निशाना साधते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि हमने पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी वाले कहावत को बदला है. उन्होंने कहा, 'जब मैं आपके बीच रहता था तो कहा करता था कि हमें कभी न कभी उस बात को मिटाना होगा, जो कहता है पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम नहीं आती... आज हमने उस बात को बदल दिया है. अब यहां का पानी भी आपको काम आएगा और यहां की जवानी भी जी-जान से अपनी विकास की यात्रा को आगे बढ़ाएगी.'



पहले दिल्ली की सरकार नहीं सुनती थी हिमाचल की आवाज: पीएम


पीएम मोदी ने आगे कहा, 'आज जब हम बीते दशकों की ओर मुड़कर देखते हैं तो हमारा अनुभव क्या कह रहा है, हमने यहां शांता जी को, धूमल जी को अपनी जिंदगी खपाते देखा है. जब भाजपा के नेताओं को हिमाचल के अधिकार के लिए दिल्ली में जाकर गुहार लगानी पड़ती थी,आंदोलन करना पड़ता था, लेकिन दिल्ली में सुनवाई नहीं होती थी.' उन्होंने आगे कहा, 'डबल इंजन की सरकार का काम करने का तरीका अलग है. हमारी प्राथमिकता ये है कि लोगों के जीवन को आसान कैसे बनाएं. इसलिए हम जनजातीय क्षेत्रों, पहाड़ी क्षेत्रों पर सबसे अधिक बल दे रहे हैं.'



पहले फाइलों में भटकती रहती थीं हिमाचल की मांगे: पीएम मोदी


प्रधानमंत्री ने कहा, 'चंबा जैसे प्राकृतिक, सांस्कृतिक और आस्था का समृद्ध क्षेत्र विकास की दौड़ में पीछे रह गया, क्योंकि हिमाचल की मांगें और फाइलें भटकती रहती थीं. 75 साल बाद, इस पर मुझे स्पेशल ध्यान केंद्रित करना पड़ा था क्योंकि मैं चंबा के सामर्थ्य से परिचित था. आज आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज मिल रहा है. इस योजना के सबसे बड़े लाभार्थी भी वही लोग हैं, जो कभी अस्पताल तक नहीं जा पाते थे.'


पीएम मोदी ने कहा, 'पहले सरकारें सुविधाएं वहां देती थीं, जहां काम आसान होता था, जहां मेहनत कम लगती थी और राजनीतिक लाभ ज्यादा मिल जाता था. इसलिए जो दुर्गम क्षेत्र हैं, जनजातीय क्षेत्र हैं वहां सुविधाएं अंत में पहुंचती थी जबकि सबसे ज्यादा जरूरत तो इन्हीं क्षेत्रों को थी. लेकिन डबल इंजन सरकार की प्राथमिकताएं हैं, लोगों के जीवन को आसान बनाना, इसलिए हम पहाड़ी और जनजातीय क्षेत्रों को सबसे अधिक बल दे रहे हैं.'


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