Kashmiri Pandits Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर 1990 जैसे हालात नजर आ रहे हैं. पिछले एक महीने में 9 लोगों की टारगेट किलिंग हो चुकी है. कश्मीरी हिंदू पलायन तक की बात कह चुके हैं.गुरुवार को राजस्थान के रहने वाले एक बैंक मैनेजर की बैंक में घुसकर आतंकियों ने हत्या कर दी गई. इसके बाद देर शाम दो प्रवासी मजदूरों पर फायरिंग की, जिसमें एक की मौत हो गई और एक घायल हो गया. 


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इतने कश्मीरी पंडित दूसरे राज्यों में बसे


आइए आपको बताते हैं कि 1990 में कश्मीर में आतंकवाद बढ़ने के बाद अब तक कितने कश्मीरी पंडित घाटी छोड़कर दूसरे राज्यों में बस चुके हैं और कितनों ने वापसी की है. जम्मू-कश्मीर सरकार के मुताबिक 43,618 परिवार जम्मू में आकर बस गए हैं. जबकि 19,338 परिवारों दिल्ली/एनसीआर को अपना घर बना लिया है. वहीं 1995 कश्मीरी हिंदू दूसरे राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों में बस गए हैं. इनकी कुल संख्या 64,951 है.


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इतने लोगों को मिली नौकरी


कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद 2105 प्रवासी घाटी लौटे हैं. उन्हें प्रधानमंत्री डेवेलपमेंट पैकेज के तहत नौकरियां दी गई हैं. साल 2020-21 में 841 नौकरियां और 2021-22 में 1264 लोगों को जॉब्स मिली हैं. 


कितने लोगों को मिली जमीनें


जम्मू-कश्मीर सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 610 आवेदकों की जमीन पिछले 5 वर्ष में उन्हें वापस दिलाई गईं.


घाटी में टारगेट किलिंग का दौर


 बीते मई माह में 7 मासूमों की जान आतंकियों ने ले ली. 12 मई को आतंकवादियों ने राहुल भट्ट नाम के कश्मीरी पंडित को मार डाला. 25 मई को आर्टिस्ट अमरीन भट्ट की हत्या कर दी. साथ ही तीन ऑफ ड्यूटी पुलिसकर्मियों को भी मौत के घाट उतार दिया. 


इस साल कितने नागरिकों की आतंकियों ने की हत्या


अब तक 19 निर्दोष आतंकियों के हाथों मारे जा चुके हैं.सबसे ज्यादा मार्च और मई के महीने में आतंकियों के हाथों निर्दोष लोग मारे गए हैं. फरवरी में एक शख्स की हत्या आतंकियों ने की थी. मार्च में 8 लोगों को दहशतगर्दों ने मौत के घाट उतार दिया था. अप्रैल में 2, मई में 7 और जून में अब तक 1 शख्स टारगेट किलिंग का शिकार हुआ है. दूसरी ओर एनकाउंटर में अब तक सुरक्षाबलों के हाथों 94 आतंकवादी मारे जा चुके हैं. जनवरी में 21, फरवरी में 7, मार्च में 13, अप्रैल में 26 और मई में 27 आतंकवादी मारे जा चुके हैं. 


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