Prakash Surve Statement: उद्धव ठाकरे खेमे से निकलने के एक महीने बाद शिवसेना के बागी विधायक प्रकाश सुर्वे ने अपने समर्थकों से शिवसैनिकों पर हमला करने को कहा है. प्रकाश सुर्वे दो बार विधायक रहे हैं. वह उन नेताओं में शामिल हैं, जो जून में एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना से बागी हो गए थे. 


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प्रकाश सुर्वे ने कहा, 'हमें तब तक आराम नहीं करना चाहिए जब तक हम उन्हें उनकी जगह न दिखा दें. किसी की दादागिरी ना बर्दाश्त करें. अगर कोई आपको चुनौती देता है, तो उसे वापस चुनौती दें, उसे टुकड़ों में काट दें. प्रकाश सुर्वे यहां बैठा है.'


उन्होंने कहा कि यदि आप उनका हाथ नहीं तोड़ सकते, तो उनके पैर तोड़ दें. मैं आपको अगले दिन ज़मानत दिला दूंगा. चिंता मत करो. प्रकाश सुर्वे के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शिवसेना ने मुंबई पुलिस का दरवाजा खटखटाया है. दहिसर पुलिस थाने से संपर्क करने वाले शिवसेना के पूर्व पार्षद उदेश पाटेकर ने कहा कि इससे लोगों का कानून-व्यवस्था की स्थिति पर से विश्वास उठ गया है. 


शिंदे गुट का एक और नेता विवादों में


प्रकाश सुर्वे के अलावा शिंदे गुट का एक और नेता विवादों में है. कलामनुरी (हिंगोली) के संतोष बांगर ने हिंगोली  में असंगठित मजदूरों को कथित तौर पर घटिया मिड-डे मील देने के लिए एक कैटरिंग मैनेजर के साथ दुर्व्यवहार, धमकी और यहां तक कि मारपीट की. उन्होंने गालियां दी और फिर उसे जली हुई चपाती, सादा चावल और कच्ची सब्जियां परोसने के लिए थप्पड़ मार दिया और कहा कि उन्हें इस मामले में शिकायतें मिली हैं.


बाद में उन्होंने एक अज्ञात अधिकारी को फोन किया और उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और यह भी चेतावनी दी कि वह उन्हें दिखाएंगे कि बांगर कौन है. शिवसेना के उपनेता डॉ. रघुनाथ कुचिक ने घटनाक्रम की आलोचना की और कहा, यह शिंदे सेना नहीं है, बल्कि गुंडे सेना है, जो राजनीतिक विरोधियों और गरीब लोगों को निशाना बनाने वाली इस तरह की रणनीति में लिप्त है.


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