Weather Updates: भयानक बारिश से गुजरात की सेहत खराब.. डैम लबालब, स्कूल पर लटके ताले, IMD का रेड अलर्ट
IMD Rain Alert: भीषण बारिश ने गुजरात की तस्वीर बिगाड़कर रख दी है. जहां भी नजरें जा रही हैं.. पानी ही दिख रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण डैम पानी से लबालब है. सरदार सरोवर डैम का जलस्तर इतना बढ़ गया कि भारी मात्रा मैं पानी नर्मदा नदी में छोड़ना पड़ा.
IMD Rain Alert: भीषण बारिश ने गुजरात की तस्वीर बिगाड़कर रख दी है. जहां भी नजरें जा रही हैं.. पानी ही दिख रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण डैम पानी से लबालब है. सरदार सरोवर डैम का जलस्तर इतना बढ़ गया कि भारी मात्रा मैं पानी नर्मदा नदी में छोड़ना पड़ा. नर्मदा नदी में 3.95 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. गुजरात के कई इलाकों के लिए मौसम विभाग ने भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है.
भरूच शहर का बुरा हाल
सरदार सरोवर डैम से पानी छोड़े जाने के बाद गुजरात का भरूच शहर का बुरा हाल है. हर तरफ पानी ही पानी है. यह कहना गलत नहीं होगा कि शहर में बाढ़ जैसे हालात हैं. बता दें कि सरदार सरोवर बांध से नर्मदा नदी में करीब चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद, निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. भरूच के निचले इलाकों में रहने वाले 280 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है.
खतरे के निशान पर डैम का जलस्तर
गुजरात सरकार ने बताया कि नर्मदा नदी के ऊपरी हिस्से में स्थित मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर बांध से भारी मात्रा में पानी पहुंचा है. जिसकी वजह से सरदार सरोवर बांध का जल स्तर सोमवार को 135.20 मीटर की ऊंचाई तक पहुंच गया. यह स्तर बांध की पूर्ण क्षमता 138.68 मीटर से मात्र 3.48 मीटर कम है.
उफान मार रही नर्मदा नदी
जलस्तर बढ़ने के बाद रविवार रात को बांध के 30 में से 15 फाटक खोले गए. सोमवार सुबह से आठ और फाटक खोले गए. इस समय, 23 फाटक 2.2 मीटर की ऊंचाई तक खुले हैं. जिससे 3.95 लाख क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है. भरूच के जिलाधिकारी तुषार सुमेरा ने बताया कि भारी बारिश और बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण नर्मदा नदी भरूच शहर के पास खतरे के निशान 24 फुट से थोड़ा नीचे बह रही है.
सरदार सरोवर बांध और भरूच में बाढ़ का संकट
भारी वर्षा और बांध से पानी छोड़े जाने के कारण भरूच में बाढ़ का खतरा: गुजरात के भरूच शहर में भारी वर्षा के साथ-साथ सरदार सरोवर बांध से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है.
नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पास: नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
बांध के फाटक खोले गए: सरदार सरोवर बांध के कई फाटक खोले गए हैं जिससे बड़ी मात्रा में पानी नदी में छोड़ा जा रहा है.
भरूच प्रशासन अलर्ट: भरूच प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और लोगों को सुरक्षित रहने की सलाह दी है.
कब मिलेगी बाढ़-बारिश से राहत
बता दें कि पिछले दो-तीन दिनों से भरूच में भारी बारिश हो रही है. अगले दो दिनों तक ऐसी ही बारिश जारी रहने की संभावना है. इसके साथ ही, नर्मदा नदी में करीब चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे दोपहर में गोल्डन ब्रिज पर जल स्तर खतरे के निशान 24 फुट को छू गया. हालांकि, एक घंटे के भीतर जल स्तर उस निशान से नीचे आ गया. नर्मदा जिले के आसपास के नंदोद, गरुड़ेश्वर और तिलकवाड़ा तालुका के 28 गांवों के निवासियों को बढ़ते जल स्तर के कारण नदी के किनारे जाने से बचने की सलाह दी गई है.
स्कूल बंद करने पड़े
गुजरात में भारी बारिश के कारण सभी प्राइमरी स्कूल मंगलवार 27 अगस्त को बंद रहेंगे.अधिकारियों ने बताया कि शनिवार और रविवार को राज्य के दक्षिण में भारी बारिश होने के कारण वलसाड और नवसारी - गुजरात के दो सबसे बुरी तरह प्रभावित जिलों में कई सौ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. पिछले 48 घंटों में रविवार तक लगातार बारिश से निचले इलाके जलमग्न हो गए. जिससे सामान्य जीवन और यातायात आवागमन बाधित हुआ.
गुजरात के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार सुबह तक वडोदरा, सूरत, भरूच, नवसारी, वलसाड और सौराष्ट्र क्षेत्र में अमरेली और भावनगर सहित दक्षिण गुजरात जिलों में कुछ स्थानों पर 'भारी से बहुत भारी' और अलग-थलग 'अत्यधिक भारी' बारिश का पूर्वानुमान लगाया है. आईएमडी ने मंगलवार को आनंद, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, मोरबी, द्वारका और कच्छ जिलों में भी 'भारी से बहुत भारी' बारिश के साथ अलग-थलग 'अत्यधिक भारी' बारिश का पूर्वानुमान लगाया.
वलसाड से भी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के आंकड़ों के अनुसार, वलसाड जिले के वापी तालुका में रविवार सुबह 6 बजे तक 24 घंटों की अवधि में 326 मिलीमीटर बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक थी, जबकि नवसारी में खेरगाम में 6 बजे से 248 मिमी बारिश हुई. सूरत, तापी और नर्मदा जैसे जिले भी भारी बारिश के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. वलसाड में निचले इलाकों में रहने वाले 600 से अधिक लोगों को भारी बारिश के कारण सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया.
अगले दो-तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट
एसईओसी के आंकड़ों के अनुसार, गुजरात के उत्तर और पूर्व मध्य क्षेत्रों में दक्षिणी भाग और सौराष्ट्र-कच्छ की तुलना में कम बारिश हुई है. आईएमडी ने सोमवार को कहा कि उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास के पूर्व राजस्थान में एक गहरा अवसाद अगले दो-तीन दिनों में गुजरात, गोवा और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों के साथ-साथ दोनों राज्यों में "अत्यधिक भारी बारिश" लाने की उम्मीद है. आईएमडी ने 2 अगस्त को जारी एक अपडेट में कहा था कि यह 29 अगस्त तक सौराष्ट्र, कच्छ और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों तक पहुंचने की उम्मीद है.