IMD Rain Alert: पहाड़ से मैदान तक आसमानी आफत.. सड़कें डूबीं-फ्लाइट्स डायवर्ट, कई राज्यों में बाढ़ का प्रकोप
Weather Updates: देश के ज्यादातर इलाकों में बारिश से व्यवस्थाएं बेपटरी हो गई हैं. पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश का कहर जारी है. मुंबई में मूसलाधार बारिश में सड़कें जलमग्न हो गईं, कई फ्लाइट्स को डायवर्ट करना पड़ा.
Weather Updates: देश के ज्यादातर इलाकों में बारिश से व्यवस्थाएं बेपटरी हो गई हैं. पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश का कहर जारी है. मुंबई में मूसलाधार बारिश में सड़कें जलमग्न हो गईं, कई फ्लाइट्स को डायवर्ट करना पड़ा. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से लगातार बाढ़ और लैंड्सलाइड की खबरें सामने आ रहीं हैं. उत्तर प्रदेश और बिहार में नदियां उफान पर हैं. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले समय में और ज्यादा बारिश दर्ज की जा सकती है.
महाराष्ट्र: 50 उड़ानें रद्द
भारी बारिश के बाद दृश्यता कम होने के कारण सोमवार को मुंबई हवाई अड्डे पर उड़ान सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं. दृश्यता कम होने के कारण हवाई पट्टी पर एक घंटे से अधिक समय तक परिचालन बंद रहा और लगभग 50 उड़ानें रद्द कर दी गईं. सूत्रों ने बताया कि पूर्वाह्न 11 बजे तक रद्द की गई 50 उड़ानों (आगमन और प्रस्थान दोनों) में से इंडिगो की 42 और एअर इंडिया की छह उड़ान शामिल थीं. लगातार बारिश ने लोगों का सड़कों पर निकलना मुश्किल कर दिया है. कई सड़कें पानी में डूब गईं हैं.
गोवा में दो दिनों में पांच की मौत
गोवा में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश हुई. जिससे कई निचले इलाकों में पानी भर गया तथा दो दिन में दीवार गिरने की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई. गोवा में शनिवार से भारी बारिश हो रही है और राज्य के शिक्षा विभाग ने सोमवार को 12वीं कक्षा तक के सभी विद्यालयों के लिए अवकाश घोषित किया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘ओरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए उत्तर और दक्षिण गोवा जिलों में कई स्थानों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने के साथ मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.
उत्तराखंड बारिश से जनजीवन प्रभावित
उत्तराखंड के कई हिस्सों में सोमवार को लगातार बारिश जारी रही जिससे कुमाऊं क्षेत्र की नदियां उफान पर हैं, सैकड़ों ग्रामीण सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और चंपावत तथा उधम सिंह नगर जिलों के कई गांवों में भारी जलभराव हो गया है. गढ़वाल क्षेत्र में मौसम में सुधार के बाद चार धाम यात्रा सोमवार को फिर से शुरू हो गई. मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर एक दिन के लिए यात्रा स्थगित कर दी गई थी. पिथौरागढ़ में 125.50 मिमी बारिश हुई है, जहां काली, गोरी और सरयू नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. राज्य भर में 200 से अधिक ग्रामीण सड़कें भूस्खलन के मलबे से अवरुद्ध हो गई हैं.
हिमाचल प्रदेश में राजमार्ग सहित 70 मार्ग बंद
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में सोमवार को बारिश के कारण भूस्खलन की कई घटनाओं के चलते प्रशासन को एक राजमार्ग समेत 70 से अधिक सड़कों को बंद करना पड़ा. शिमला-किन्नौर मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग पांच) किन्नौर जिले में नाथपा ‘स्लाइडिंग प्वाइंट’ के पास अवरुद्ध हो गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग पांच के अलावा 70 सड़कों पर यातायात रोक दिया गया है. इन में मंडी में 31, शिमला में 26, सिरमौर और किन्नौर में चार-चार, हमीरपुर और कुल्लू में दो-दो और कांगड़ा जिले में एक सड़क पर यातायात प्रतिबंधित है. 84 ट्रांसफार्मर और 51 जल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं. शिमला में क्षेत्रीय मौसम कार्यालय ने 11-12 जुलाई को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, तूफान और बिजली गिरने का अनुमान जताते हुए 'येलो अलर्ट' जारी किया है. मौसम विभाग ने ‘येलो अलर्ट’ जारी करते हुए चेतावनी दी है कि मूसलाधार बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों में पानी भर सकता है और महत्वपूर्ण सड़कों पर यातायात प्रभावित हो सकता है.
बिहार: नदियों का जलस्तर बढ़ा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में भारी बारिश के बाद कई नदियों का जलस्तर बढ़ने पर पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण जिलों का सोमवार को हवाई सर्वेक्षण किया. बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी और संबंधित विभागों व जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने वाल्मीकि नगर में गंडक बैराज का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों द्वारा की गई तैयारियों का जायजा लिया. मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, नीतीश कुमार ने आज (सोमवार को) पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण एवं गोपालगंज जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया. पूर्णिया, मधुबनी, खगड़िया दरभंगा के निचले इलाकों में कमला, कोसी और महानंदा जैसी कई नदियां खतरे के निशान को पार कर गईं, जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए. लगभग सभी नदियों का जलस्तर बढ़ रहा हैं और रास्ते में पड़ने वाले निचले इलाकों को अपनी चपेट में ले रही हैं.