नई दिल्ली : पोलियो को दोबारा आने से रोकने वाला टीका सोमवार को सरकार ने जारी कर दिया और इसका इस्तेमाल पोलियो ड्रॉप पिलाने के साथ-साथ किया जाएगा। इसका उद्देश्य वापस आ सकने वाले घातक वायरस से दोहरी सुरक्षा उपलब्ध कराना है।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

‘इनैक्टिवेटेड पोलियो वैक्सीन’ नामक इस टीके को सरकार के नियमित प्रतिरक्षण कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा ताकि इस बीमारी के लौटकर आने के खतरे को मिटाया जा सके। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि हालांकि भारत को प्रमाणिक तौर पर 27 मार्च 2014 को पोलियो-मुक्त देश करार दे दिया गया था, लेकिन पोलियो के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।


उन्होंने कहा कि यह वायरस हमारे पड़ोसी देशों-पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अभी भी सक्रिय है। वहां पोलियो के मामले अभी भी सामने आते हैं। इसलिए इस बीमारी के दोबारा आ जाने का खतरा बना रहता है, खासतौर पर इन देशों के माध्यम से। इस टीके के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित एक समारोह में नड्डा ने कहा कि हम उन्हें तकनीकी, अनुभव एवं टीका संबंधी मदद समेत हर तरह का सहयोग देने के लिए तैयार हैं। लेकिन जब तक यह वायरस वैश्विक तौर पर खत्म नहीं हो जाता, तब तक हमें सतर्क रहना होगा।